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Wednesday, 18 December, 2024
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IMA ने कोलकाता रेप-मर्डर मामले की निंदा की, कल से 24 घंटे के लिए बंद रहेंगी गैर-आपातकालीन मेडिकल सेवाएं

मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार, देशभर में सुबह 6 बजे से ओपीडी और वैकल्पिक सर्जरी बंद कर दी जाएंगी. उन्होंने डॉक्टरों की सुरक्षा की भी मांग की.

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नई दिल्ली: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने गुरुवार रात को कोलकाता में सरकारी आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या तथा उसके बाद हुई तोड़फोड़ के विरोध में 17 अगस्त को सुबह 6 बजे से 24 घंटे के लिए गैर-आपातकालीन सेवाएं बंद रखने की घोषणा की है.

मेडिकल बॉडी ने एक बयान में कहा कि आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी और कैजुअल्टी वॉर्ड चालू रहेंगे.

आउट-पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) काम नहीं करेंगे और वैकल्पिक सर्जरी नहीं की जाएगी. आईएमए ने कहा कि यह सेवाएं उन सभी क्षेत्रों में बंद की जाएंगी जहां आधुनिक चिकित्सा डॉक्टर्स अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

बयान में कहा गया है, “कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज में हुए क्रूर अपराध और स्वतंत्रता दिवस (बुधवार रात) की पूर्व संध्या पर प्रदर्शनकारी छात्रों पर की गई गुंडागर्दी के बाद, भारतीय चिकित्सा संघ ने शनिवार 17.08.2024 को सुबह 6 बजे से रविवार 18.08.2024 को सुबह 6 बजे तक 24 घंटे के लिए आधुनिक चिकित्सा के डॉक्टरों की सेवाओं को राष्ट्रव्यापी रूप से बंद करने की घोषणा की है.”

इसमें कहा गया है, “डॉक्टर, विशेष रूप से महिलाएं, पेशे की प्रकृति के कारण हिंसा के प्रति संवेदनशील हैं. अस्पतालों और परिसरों के अंदर डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान करना अधिकारियों का काम है. शारीरिक हमले और अपराध दोनों ही डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य सेवा कर्मियों की जरूरतों के प्रति संबंधित अधिकारियों की उदासीनता और असंवेदनशीलता का परिणाम हैं.”

गैर-आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को राष्ट्रव्यापी रूप से बंद करने का आह्वान IMA की राज्य शाखाओं के साथ बैठक के बाद किया गया.

आईएमए ने गुरुवार को कोलकाता के अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की निंदा की, जहां डॉक्टर 9 अगस्त की शाम से महिला चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या के बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

इससे पहले दिन में, मेडिकल एसोसिएशन ने कहा, “जिन अधिकारियों ने अपनी लापरवाही से इस तरह के जघन्य अपराध को होने दिया, वे एक बार फिर कानून और व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहे हैं, जबकि सीबीआई की महत्वपूर्ण जांच चल रही है.” इसने एक बयान में कहा, “इस तरह की बर्बरता अराजकता और कानून-व्यवस्था के खत्म होने की ओर इशारा करती है. आईएमए इस हिंसा की निंदा करता है और महत्वपूर्ण सबूतों के नुकसान की आशंका जताता है.”

कोलकाता पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों के वेश में लगभग 40 लोग अस्पताल परिसर में घुसे, संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े.

पुलिस ने कहा कि लाठी, ईंट और रॉड लेकर आए उपद्रवियों ने अस्पताल के आपातकालीन वॉर्ड, उसके नर्सिंग स्टेशन और दवा स्टोर के अलावा बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) के एक हिस्से में तोड़फोड़ की. इलाके में और उसके आसपास के कई सीसीटीवी कैमरे भी नष्ट कर दिए गए.

उपद्रवियों ने एक पुलिस वाहन को पलट दिया और कई दोपहिया वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए.

कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रशिक्षु डॉक्टर की मौत की जांच कोलकाता पुलिस से सीबीआई को सौंप दी गई है.

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