नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं को राज्य की सेना और पुलिस लगातार नाकाम करने में जुटी है. इसी सिलसिले में जम्मू के आईजीपी (इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस) मुकेश सिंह ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जम्मू के किश्तवाड़ में चार आतंकी घटनाएं हुईं जिनका समाधान किया गया. उन्होंने राज्य में आतंक को नेस्तनाबूद करने की बात कही.
आईजीपी ने कहा कि पिछले एक साल में जम्मू के किश्तवाड़ में चार आतंकवादी घटनाएं हुईं. किश्तवाड़ पुलिस ने सीआरपीएफ, आर्मी और एनआईए टीम की मदद से इन चारों मामलों के समाधान तक पहुंची.
IGP, Jammu Zone: So far, we've arrested 3 people in these cases. They have been arrested in killing of Chanderkant Sharma(BJP) & his PSO. Among theses arrested people, one is Nisar Ahmad Sheikh, who was part of conspiracy&was present during killing of Anil Parihar (BJP). https://t.co/wxQmFLt3sJ
— ANI (@ANI) September 23, 2019
मुकेश सिंह ने कहा कि इन मामलों में अभी तक हमने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन्हें भाजपा नेता चंद्रकांत शर्मा (बीजेपी) और उनके पीएसओ की हत्या के आरोप में पकड़ा गया है. गिरफ्तार होने वालों में निसार अहमद शेख भी है जो कि बीजेपी नेता अनिल परिहार की हत्या के दौरान मौजूद था.
कश्मीर घाटी में 273 आतंकी सक्रिय
सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले हफ्ते एक सूची तैयार की है, जिसके अनुसार घाटी में कुल 273 आतंकी सक्रिय हैं. 273 सक्रिय आतंकियों में से 158 दक्षिण कश्मीर से, 96 उत्तर कश्मीर से और 19 मध्य कश्मीर से हैं. 107 विदेशी आतंकवादियों की तुलना में स्थानीय आतंकवादियों की संख्या कुल 166 है.
ये आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), हिजबुल मुजाहिदीन (एचयूएम), जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) और अल बद्र संगठनों से संबद्ध हैं. लश्कर-ए-तैयबा 112 आंतकियों के साथ के सूची में शीर्ष पर है. इसके बाद हिजबुल मुजाहिदीन (100), जैश-ए-मुहम्मद (58) और अल बद्र (3) का स्थान है.
सूत्र बताते हैं कि पांच अगस्त से अनुच्छेद 370 को रद्द किए जाने और जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद सीमा पार से घुसपैठ की कई सफल कोशिशें हुई हैं, और ये घटनाएं भी बढ़ गई हैं.
(आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)