सासाराम/भभुआ, आठ नवंबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि यदि कांग्रेस नेता राहुल गांधी वास्तव में अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) या अल्पसंख्यक समुदायों के हितों को लेकर चिंतित हैं, तो उन्हें लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) के रूप में इन्हीं वर्गों में से किसी को नियुक्त करना चाहिए था।
रोहतास और कैमूर जिलों में जनसभाओं को संबोधित करते हुए सिंह ने राहुल गांधी के ‘‘वोट चोरी’’ के आरोप को ‘‘बेवजह और निराधार’’ बताया। उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी के पास सबूत हैं, तो उन्हें निर्वाचन आयोग में शिकायत करनी चाहिए।
सिंह ने कहा, ‘‘अगर राहुल गांधी वास्तव में अनुसूचित जातियों, जनजातियों या अल्पसंख्यकों की चिंता करते हैं, तो उन्हें लोकसभा में विपक्ष का नेता इन्हीं समुदायों से किसी को बनाना चाहिए था।’’
राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद विपक्ष के नेता बने थे।
रक्षा मंत्री ने कहा,‘‘अगर राहुल गांधी को लगता है कि बिहार में वोट चोरी हो रही है, तो उन्हें सबूतों के साथ निर्वाचन आयोग में शिकायत करनी चाहिए। लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं। वह केवल एक संवैधानिक संस्था पर निराधार आरोप लगा रहे हैं। वह झूठ बोल रहे हैं।’’
सिंह ने कांग्रेस पर जाति, धर्म और संप्रदाय के नाम पर समाज में दरार पैदा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह उसकी ‘‘विभाजनकारी राजनीति’’ का हिस्सा है।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी रक्षा बलों में आरक्षण का मुद्दा उठा रहे हैं। हमारे सशस्त्र बल इन सभी बातों से ऊपर हैं। उन्हें राजनीति में नहीं घसीटना चाहिए।’’
उन्होंने कहा,‘‘भारतीय जनता पार्टी आरक्षण का समर्थन करती है। हमने गरीबों और समाज के पात्र वर्गों को आरक्षण दिया है।’’
सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सशस्त्र बलों की सफलता की सराहना करते हुए कहा कि यह ‘रुका है, खत्म नहीं हुआ।’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आतंकवादी दोबारा भारत पर हमला करने की कोशिश करेंगे, तो हम कड़ी प्रतिक्रिया देंगे। भारत किसी को उकसाता नहीं, लेकिन अगर कोई हमें उकसाता है, तो हम उसे बख्शेंगे नहीं।’’
रक्षा मंत्री ने कहा,‘‘भारत अब कमजोर देश नहीं रहा। आज हम दुनिया में एक सशक्त राष्ट्र के रूप में पहचाने जाते हैं।’’
भाषा कैलाश
राजकुमार
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