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Saturday, 21 December, 2024
होमदेश'कोशिश की उनकी आंखों के आंसू पोंछ पाऊं', मालीवाल बोलीं- मैं यहां पहुंच सकती हूं तो आप भी आ सकते हो

‘कोशिश की उनकी आंखों के आंसू पोंछ पाऊं’, मालीवाल बोलीं- मैं यहां पहुंच सकती हूं तो आप भी आ सकते हो

स्वाति दो दिनों से मणिपुर में हैं उन्होंने कहा कि सरकार ने मुझे रोकने की पूरी कोशिश की, मुझे बोला मत आओ मणिपुर. उन्होंने सोचा था कि वो मुझे Security नहीं देंगे तो मैं मणिपुर नहीं आऊंगी. लेकिन मैं वहां पहुंची और लोगों से उनके दर्द साझा किए.

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इंफाल/नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मंगलवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की और पूछा कि जब वह इतनी दूर आकर यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं से मुलाकात कर सकती हैं तो मुख्यमंत्री उन पीड़िताओं से क्यों नहीं मिल सके.

मणिपुर के दौरे पर सोमवार को आई मालीवाल ने दावा किया कि जिन दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया गया था, उन्होंने बताया कि सरकार के किसी नुमाइंदे ने उनसे मुलाकात नहीं की है.

उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. मैं इन पीड़ितों से मिलने के लिए अगर दिल्ली से आ सकती हूं तो वह (मुख्यमंत्री) क्यों नहीं?’’

स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर जानकारी दी कि वह मंगलवार को उस महिला के पति से मिली जिनकी पत्नी के साथ दुष्कर्म हुआ. स्वाति ने लिखा, मणिपुर में जिस बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ उनके पति से मिली. उन्होंने देश के लिए कारगिल का युद्ध लड़ा.

स्वाति ने आगे लिखा, “उन्होंने मुझे बोला कि आप पहली हो जो हमसे यहां मिलने आई. उन्होंने बोला कि “दिल्ली महिला आयोग हिम्मत और मोहब्बत से यहां इन मुश्किल हालातों में हमारे पास आया”…. मेरी अपील है प्रधानमंत्री जी से और देश के सभी बड़े मंत्रियों से, आपके पास Z+ सुरक्षा है, हर सुविधा है. अगर मैं यहां पहुंच सकती हूं तो आप भी आ सकते हो. प्यार से हर समस्या का हल संभव है.

स्वाति ने इस दौरान मणिपुर की राज्यपाल श्रीमती अनुसइया उइके से भी मुलाकात की और उन्हें मणिपुर की जमीनी स्थिति से अवगत कराया. उनके साथ उनकी साथी वंदना सिंह भी मौजूद थीं. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने उइके को पिछले दो दिनों में राहत कैंप और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया. स्वाति ने बताया कि मैंने उनके साथ अपने अनुभव को साझा किया और उनसे हस्तक्षेप का अनुरोध भी किया.

स्वाति ने बताया कि सरकार ने मुझे रोकने की पूरी कोशिश की, मुझे बोला मत आओ मणिपुर. उन्होंने सोचा था कि वो मुझे Security नहीं देंगे तो मैं मणिपुर नहीं आऊंगी. लेकिन मैं वहां पहुंची और लोगों से उनके दर्द साझा किए.

स्वाति ने आगे लिखा मणिपुर के लोग बहुत अच्छे हैं, मुझे बहुत प्यार दिया. लोगों के दर्द सुने, कोशिश की उनके आंखों में आए आंसू पोंछ पाऊं. प्यार में बहुत शक्ति होती है.


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