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Friday, 22 November, 2024
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गोमूत्र अगर है कोरोनावायरस का रामबाण इलाज तो भाजपा सांसद क्या इसका इस्तेमाल करेंगे, उदित राज हुए ट्रोल

आयुर्वेद में गाय के गोबर, मूत्र और घी से कई प्रकार के इलाज किए जाने की बात कही जाती है. उदित राज के इस ट्वीट के बाद से ही वह सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए हैं.

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद और सोशल एक्टिविस्ट उदित राज ने कैंसर और कोरोनावायरस इलाज को लेकर एक ट्वीट किया है जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है. उदित राज ने लिखा है, ‘ गाय के गोबर, मूत्र और घी से कैंसर का इलाज हो रहा था, अब ढोल पीट रहे हैं कि कोरोनावायरस का इलाज भी इसी से होगा. अरुण जेटली, मनोहर परिकर अमेरिका में कैन्सर का इलाज कराने गए वहीं अनंत कुमार को भी कैन्सर हुआ. ये तीनों भाजपा के बड़े नेता नहीं रहे. क्या इन्हें भी गाय माता में विश्वास नही रहा था.

बता दें कि आयुर्वेद में गाय के गोबर, मूत्र और घी से कई प्रकार के इलाज किए जाने की बात कही जाती है. उदित राज के इस ट्वीट के बाद से ही वह सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए हैं और यूजर उनसे कई तरह के सवाल भी कर रहे हैं वहीं वह उन्हें कुछ रिपोर्ट भी टैग कर बता रहे हैं कि कृषि से लेकर इलाज तक में गो मूत्र के प्रयोग से क्या -क्या किया जा रहा है.

सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे डॉ.उदित राज ने भाजपा नेताओं पर सीधा निशाना साधते हुए पूछा है कि क्या उन्हें अब गाय माता पर विश्वास नहीं रहा है. उन्होंने अपने ट्वीट में पिछले वर्ष भारतीय जनता पार्टी के कैंसर की बीमारी से तीन वरिष्ठ नेताओं का नाम लिया है जिनमें से अरुण जेटली और मनोहर परिकर अपनी बीमारी का ईलाज कराने अमेरिका गए थे लेकिन वह बचाए नहीं जा सके. उदित राज ने यह भी पूछा है कि क्या भाजपा को अब गाय के मूत्र पर विश्वास नहीं रहा है.

ऐसे ही एक यूजर मनोज तिवारी ने उदित राज के ट्वीट पर जवाब देते हुए एक स्क्रीन शॉट डालते हुए कहा है कि आप दिमाग पर जोर डालना बंद करो, गोमूत्र के चिकित्सीय महत्व को आप नहीं समझ सकते हैं.

वहीं एक यूजर ने कैंसर की बीमारी की वजह से मारे गए नेताओं का नाम लिए जाने पर उन्हें घेरते हुए उच्च शिक्षा में दिए गए आरक्षण पर घेरा है. एसपी जस्सू नाम के यूजर ने कहा कै कि तुम शपथ लो की अपना और अपने परिवार का ईलाज आरक्षण से बने डॉक्टर से ही करवाओगे किसी मनुवादी चिकित्सक से कभी कोई सेवा नहीं लोगे, ऐसा करने की हिम्मत है.

उदित राज के इस ट्वीट पर कई यूजर ने उन्हें वह उनके परिवार वालों को ऐसी किसी बीमारी न होने की दुआ देते हुए कहा कि भगवान न करे किसी को यह बीमारी हो.

वहीं भावनाओं को समझो @troll_to_karega नामसे अपना हैंडल चला रहे एक व्यक्ति ने लिखा कि अब कैंसर पीड़ितों और मृतकों का भी मज़ाक बनाने लगे आप. जिसको कोई असाध्य रोग लगता है वो हर कोशिश करता है अपनी क्षमता के अनुसार उससे बचाव की जीवित रहने के लिए. ईश्वर ना करे आपको कोई ऐसा रोग लगे.

तोताद्री पार्थसारथी ने उदित राज को जवाब देते हुए कहा है कि राजनीति को अलग रख दें तो आप आयुर्वेद के अच्छे और जाने-माने डॉक्टरो से इलाज पर बात करें. यहां तक की खुद की पेशाब थेरेपी भी कई पुरानी बीमारी और एलर्जी की बिमारी के लिए उपयोगी साबित होती है.

उदित राज द्वारा मंगलवार सुबह किए गए इस ट्वीट पर यूजर आक्रामक हो गए हैं और वह उन्हें कई तरह की नसीहत भी दे रहे हैं. महज एक घंटे में उनके इस ट्वीट को 150 से अधिक बार रीट्वीट किया जा चुका है.

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