नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद और सोशल एक्टिविस्ट उदित राज ने कैंसर और कोरोनावायरस इलाज को लेकर एक ट्वीट किया है जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है. उदित राज ने लिखा है, ‘ गाय के गोबर, मूत्र और घी से कैंसर का इलाज हो रहा था, अब ढोल पीट रहे हैं कि कोरोनावायरस का इलाज भी इसी से होगा. अरुण जेटली, मनोहर परिकर अमेरिका में कैन्सर का इलाज कराने गए वहीं अनंत कुमार को भी कैन्सर हुआ. ये तीनों भाजपा के बड़े नेता नहीं रहे. क्या इन्हें भी गाय माता में विश्वास नही रहा था.
गाय के गोबर,मूत्र &घी से कैन्सर का इलाज हो रहा था।अब ढोल पीट रहे हैं कि कोरोना वाइरस का इलाज इसी से होगा।अरुण जेटली&मनोहर परिकर अमेरिका में कैन्सर का इलाज कराने गए & अनंत कुमार को भी कैन्सर हुआ।ये तिनो भाजपा के बड़े नेता नही रहे।क्या इन्हें भी गाय माता में विश्वास नही रहा था ।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) March 3, 2020
बता दें कि आयुर्वेद में गाय के गोबर, मूत्र और घी से कई प्रकार के इलाज किए जाने की बात कही जाती है. उदित राज के इस ट्वीट के बाद से ही वह सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए हैं और यूजर उनसे कई तरह के सवाल भी कर रहे हैं वहीं वह उन्हें कुछ रिपोर्ट भी टैग कर बता रहे हैं कि कृषि से लेकर इलाज तक में गो मूत्र के प्रयोग से क्या -क्या किया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे डॉ.उदित राज ने भाजपा नेताओं पर सीधा निशाना साधते हुए पूछा है कि क्या उन्हें अब गाय माता पर विश्वास नहीं रहा है. उन्होंने अपने ट्वीट में पिछले वर्ष भारतीय जनता पार्टी के कैंसर की बीमारी से तीन वरिष्ठ नेताओं का नाम लिया है जिनमें से अरुण जेटली और मनोहर परिकर अपनी बीमारी का ईलाज कराने अमेरिका गए थे लेकिन वह बचाए नहीं जा सके. उदित राज ने यह भी पूछा है कि क्या भाजपा को अब गाय के मूत्र पर विश्वास नहीं रहा है.
ऐसे ही एक यूजर मनोज तिवारी ने उदित राज के ट्वीट पर जवाब देते हुए एक स्क्रीन शॉट डालते हुए कहा है कि आप दिमाग पर जोर डालना बंद करो, गोमूत्र के चिकित्सीय महत्व को आप नहीं समझ सकते हैं.
सुअर का मल दिमाग में रखने वाले गोमूत्र के चिकित्सीय महत्व को नहीं समझ सकते,
दिमाग पर जोर डालना बन्द कर दो। pic.twitter.com/APuSa1NXiS— Manoj Tiwari (@manoj_tiwari0) March 3, 2020
वहीं एक यूजर ने कैंसर की बीमारी की वजह से मारे गए नेताओं का नाम लिए जाने पर उन्हें घेरते हुए उच्च शिक्षा में दिए गए आरक्षण पर घेरा है. एसपी जस्सू नाम के यूजर ने कहा कै कि तुम शपथ लो की अपना और अपने परिवार का ईलाज आरक्षण से बने डॉक्टर से ही करवाओगे किसी मनुवादी चिकित्सक से कभी कोई सेवा नहीं लोगे, ऐसा करने की हिम्मत है.
उदित राज के इस ट्वीट पर कई यूजर ने उन्हें वह उनके परिवार वालों को ऐसी किसी बीमारी न होने की दुआ देते हुए कहा कि भगवान न करे किसी को यह बीमारी हो.
तुम शपथ लो की अपना ओर अपने परिवार का ईलाज आरक्षण से बने डाक्टर से ही करवाओगे किसी मनुवादी चिकित्सक से कभी कोई सेवा नहीं लोगे,ऐसा करने की हिम्मत है?
— S.P.Jassu (@SPJassu) March 3, 2020
वहीं भावनाओं को समझो @troll_to_karega नामसे अपना हैंडल चला रहे एक व्यक्ति ने लिखा कि अब कैंसर पीड़ितों और मृतकों का भी मज़ाक बनाने लगे आप. जिसको कोई असाध्य रोग लगता है वो हर कोशिश करता है अपनी क्षमता के अनुसार उससे बचाव की जीवित रहने के लिए. ईश्वर ना करे आपको कोई ऐसा रोग लगे.
अब केंसर पीड़ितों और मृतकों का भी मज़ाक बनाने लगे आप। जिसको कोई असाध्य रोग लगता है वो हर कोशिश करता है अपनी क्षमता के अनुसार उससे बचाव की जीवित रहने के लिए। ईश्वर ना करे आपको कोई ऐसा रोग लगे।
— bhavnao ko samjho (@troll_to_karega) March 3, 2020
तोताद्री पार्थसारथी ने उदित राज को जवाब देते हुए कहा है कि राजनीति को अलग रख दें तो आप आयुर्वेद के अच्छे और जाने-माने डॉक्टरो से इलाज पर बात करें. यहां तक की खुद की पेशाब थेरेपी भी कई पुरानी बीमारी और एलर्जी की बिमारी के लिए उपयोगी साबित होती है.
@Dr_Uditraj Sir Politics apart, Kindly do discuss with ReputedAyurveda Specialists reg applicability of suggested remedy. In fact Self Urine Therapy is one of the most effective remedies for many chronic ,allergic diseases. Ignorance of native remedies makes us seek other meds.
— TOTADRI PARTHASARATHY (@TotadriParthas1) March 3, 2020
उदित राज द्वारा मंगलवार सुबह किए गए इस ट्वीट पर यूजर आक्रामक हो गए हैं और वह उन्हें कई तरह की नसीहत भी दे रहे हैं. महज एक घंटे में उनके इस ट्वीट को 150 से अधिक बार रीट्वीट किया जा चुका है.