नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में न्यायाधीश निजी तौर पर वोट देते हैं । मंत्रालय की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारतीय न्यायाधीश दलवीर भंडारी ने संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च अदालत में रूस के खिलाफ मतदान किया था।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने बुधवार को रूस को आदेश दिया था कि वह यूक्रेन के खिलाफ युद्ध रोके और कीव के आग्रह को मंजूरी दी थी ।
अदालत के आदेश का 13 न्यायाधीशों ने समर्थन किया था जबकि दो ने इसके खिलाफ मतदान किया था । आदेश के खिलाफ मतदान करने वालों में रूस से उपाध्यक्ष किरिल जेवोर्गियन और चीन से न्यायाधीश शीउ हांगिन शामिल है । भारत से न्यायाधीश दलवीर भंडारी ने रूस के खिलाफ मतदान किया था ।
इस बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि वे निजी तौर पर वोट देते हैं और वे गुणदोष के आधार पर वोट देते हैं । उन्होंने कहा कि आईसीजे में न्यायाधीश कैसे वोट करते हैं, इसके बारे में टिप्पणी करना उपयुक्त नहीं है ।
इस विषय पर कई सवालों के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि वे (न्यायमूर्ति भंडारी) भारत के नागरिक हैं जो आईसीजे में निजी हैसियत से सदस्य हैं । उन्होंने कहा, ‘‘ मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा कि न्यायाधीश मुद्दों पर कैसे वोट करते हैं।’’
भाषा दीपक दीपक पवनेश
पवनेश
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