नई दिल्ली: भारतीय विज्ञापन मानक परिषद ने बॉडी स्प्रे ब्रांड के प्रोमो कंटेट पर सोशल मीडिया पर मचे बवाल के बाद दो नए लेयर शॉट विज्ञापनों के सस्पेंशन के आदेश जारी किए है. इस सप्ताह की शुरुआत में इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड मैच के दौरान सोनी लिव पर ये विज्ञापन प्रसारित किए गए थे.
कई लोगों ने इन विज्ञापनों को ‘महिलाओं के प्रति अपमानजनक’ और ‘रेप कल्चर को बढ़ावा देने’ वाला बताया और उनकी कड़ी आलोचना की. उधर दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने शनिवार को ट्वीट किया कि ये विज्ञापन ‘विषाक्त पुरुषत्व का भयावह रूप’ हैं. उन्होंने इस मामले को दिल्ली पुलिस और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के समक्ष रखा.
Fuming at cringe worthy ads of the perfume ‘Shot’. They show toxic masculinity in its worst form and clearly promote gang rape culture!The company owners must be held accountable. Have issued notice to Delhi Police and written letter to I&B Minister seeking FIR and strong action. pic.twitter.com/k8n06TB1mQ
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) June 4, 2022
कुछ यूजर्स ने ट्विटर पर भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) को टैग करते हुए विज्ञापनों की कड़ी आलोचना की. इसके बाद एएससीआई ने टिप्पणी की कि ये विज्ञापन ‘एएससीआई कोड का गंभीर उल्लंघन’ थे.
नियामक निकाय ने लिखा, ‘हमें टैग करने के लिए धन्यवाद. यह विज्ञापन एएससीआई कोड का गंभीर उल्लंघन है और जनहित के खिलाफ है. हमने तत्काल कार्रवाई की है और विज्ञापनदाता को विज्ञापन पर रोक लगाने के आदेश दे दिए हैं, जांच लंबित है.’
बॉडी स्प्रे शॉट के पहले आपत्तिजनक एड में दिखाया गया है कि बेडरूम में एक युवा जोड़ा बैठा है. उनके चार दोस्त बिना खटखटाए कमरे में आते हैं और बेतरतीब ढंग से लड़के से पूछते हैं कि ‘एक शॉट तो मारा होगा’. लड़की सहम जाती है. उसके बाद वे यह कहते हैं अब हमारी बारी है, और मेज पर रखी ‘शॉट’ परफ्यूम की बोतल उठाने लगते हैं.
वहीं दूसरे विज्ञापन में चार लड़के एक स्टोर में जाते हैं. वहां एक लड़की भी खरीददारी करती नजर आती है. वह कहते हैं, ‘हम चार वो एक, शॉट कौन लगायेगा’. लड़की हैरानी से पीछे मुड़कर उन लड़कों को देखती है. उनमें से एक लड़का आगे बढ़कर सामने वाले रैक से शॉट परफ्यूम की एक बोतल उठाने लगता है.
विज्ञापनों को लेकर नाराजगी और उन्हें हटाने की मांग
विज्ञापनों पर गुस्सा जताते हुए मालीवाल ने ट्वीट किया, ‘परफ्यूम ‘शॉट’ के वाहियात और शर्मनाक विज्ञापनों पर गुस्सा आ रहा है. वे विषाक्त पुरुषत्व का भयावह रूप दिखाते हैं और साफ तौर पर गैंग रेप कल्चर को बढ़ावा देते हैं! कंपनी के मालिकों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. उन्होंने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया और सूचना एवं प्रसारण मंत्री को पत्र लिखकर एफआईआर दर्ज करने और कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
विज्ञापनों को लेकर लोगों के अंदर भारी नाराजगी और घृणा थी.
एक यूजर ने ट्वीट किया, ‘विज्ञापन के लिए कुछ नियम होने चाहिए. दरअसल यह शॉट डीओ एड वास्तव में बेहद वाहियात है. हालांकि मुझे पता था कि यह एक विज्ञापन है और ऐसा नहीं होता है. लेकिन एक पल के लिए मुझे जो डर लगा वह रियल था. लाखों महिलाओं के डर पर एक विज्ञापन बनाने की कल्पना!’
There have to be some regulations for ads man. That Shot deo ad is nothing short of disgusting actually. Even though I knew it was an ad and it wouldn’t happen. The fear for a second I felt was real. Imagine making an ad on the fears of millions of women! WTF!
— Permanently Exhausted Pigeon (@monikamanchanda) June 3, 2022
एक अन्य ने सवाल किया कि ऐसे विज्ञापनों को कैसे मंजूरी दे दी जाती है.
@monikamanchanda’ ने ट्वीट किया, ‘इस तरह के बीमार मानसिकता और घिनौने विज्ञापन कैसे एप्रुव हो जाते हैं. क्या @layerr_shot विकृतियों से भरा हुआ नहीं है? शॉट का दूसरे एड का कंटेट वाहियात है.
How does this kind of ads get approved, sick and outright disgusting. Is @layerr_shot full of perverts? Second ad with such disgusting content from Shot.@monikamanchanda pic.twitter.com/hMEaJZcdmR
— Rishita? (@RishitaPrusty_) June 3, 2022
और भी बहुत से लोगों ने इन ‘गैर-जिम्मेदार विज्ञापनों’ पर हमला बोला और प्रसारकों से विज्ञापनों को हटाने का आग्रह किया. उनके मुताबिक इस तरह के विज्ञापन ‘युवाओं को अश्लील और अनुचित संदेश’ देते हैं.
Absolutely disgusting and highly irresponsible advertisement by @layerr_shot perfume guys running on @SonyTenSports #ENGvsNZ . Please remove it as it is sending vulgar and inappropriate messages to the youth.
— samad makrani (@samad_makrani) June 2, 2022
कई लोगों ने विज्ञापनों के प्रसारण पर पूरी तरह से रोक लगाने और उस टीम को बर्खास्त करने कि मांग की जिन्होंने इस तरह के विज्ञापनों को मंजूरी दी.
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