नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) बी आर गवई ने शनिवार को संविधान और कानून के शासन को बनाए रखने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) द्वारा अपने सम्मान में आयोजित एक समारोह में न्यायमूर्ति गवई ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि संवैधानिक वादे भारतीय समाज के व्यापक वर्ग तक पहुंच सकें।
गवई ने 14 मई को 52वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
उन्होंने कहा, ‘मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मेरे पास जो भी छोटा सा कार्यकाल है, मैं कानून के शासन को बनाए रखने तथा भारत के संविधान को बनाए रखने की अपनी शपथ पर कायम रहने की पूरी कोशिश करूंगा।’
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश
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