देहरादून, 25 मई (भाषा) उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने राज्य में 2027 में होने वाला विधानसभा चुनाव न लड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए वह सिर्फ पार्टी को चुनाव लड़वाएंगे ।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में रावत ने कहा कि उन्होंने जब भी खुद विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा और पार्टी को चुनाव लड़वाया, तब कांग्रेस सत्ता में आयी है ।
उन्होंने कहा कि आज देश में जोड़-तोड़ की नहीं बल्कि तोड़-तोड़ कर सरकारें बनाई जा रही हैं और यह आज का दस्तूर बन गया है ।
रावत ने कहा, “इसलिए मैंने यह फैसला लिया है कि 2027 में भाजपा को (सत्ता से) उखाड़ फेंकने के लिए मैं चुनाव नहीं लडूंगा, (बल्कि चुनाव) लड़ाउंगा।”
उन्होंने कहा कि इसके लिए वह लोगों को साथ लेकर चलेंगे, समन्वय पैदा करेंगे और चुनावी प्रचार का हर स्तर पर नेतृत्व करेंगे ।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह काम उन्होंने शुरू भी कर दिया है ।
रावत ने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग उन्हें राजनीति से संन्यास लेने की सलाह दे रहे हैं, उनसे वह कहना चाहते हैं कि एक बार प्रदेश में लोकतांत्रिक सरकार बन जाए तो वह सिर्फ समाजसेवा करेंगे ।
उन्होंने कहा, “एक बार यहां लोकतांत्रिक सरकार बन जाए, उत्तराखंडवादी सरकार बन जाए, उत्तराखंडियत की सोच को आगे बढ़ाने वाली सरकार बन जाए,उत्तराखंड की संस्कृति की रक्षा करने वाली सरकार बन जाए तो हरीश रावत अपने उन दोस्तों को भी कृतार्थ करेगा और राजनीति से संन्यास लेकर केवल सामाजिक कार्य आरंभ करेगा।”
उनके इस बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अच्छा होता कि हरीश रावत 2022 में भी विधानसभा चुनाव न लड़ते । हालांकि, इस बारे में उन्होंने आगे कुछ भी कहने से इनकार कर दिया ।
भाषा दीप्ति नोमान
नोमान
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.