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Sunday, 28 April, 2024
होमदेश'मैं गलत था'- कोर्ट में सार्वजनिक गुस्सा जाहिर करने के बाद गुजरात HC के जज ने सहकर्मी से मांगी माफ़ी 

‘मैं गलत था’- कोर्ट में सार्वजनिक गुस्सा जाहिर करने के बाद गुजरात HC के जज ने सहकर्मी से मांगी माफ़ी 

अदालत की कार्यवाही की लाइव स्ट्रीम में न्यायमूर्ति बीरेन वैष्णव को सोमवार को एक मामले की सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति मौना भट्ट पर चिल्लाते हुए देखा गये, क्योंकि वे इस बात पर असहमत थे कि क्या आदेश पारित किया जाए.

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नई दिल्ली : गुजरात हाईकोर्ट में एक मामले पर सुनवाई के दौरान अपने साथी जज पर चिल्लाने के दो दिन बाद न्यायमूर्ति बीरेन वैष्णव ने बुधवार को माफीनामा जारी किया.

जस्टिस वैष्णव और मौना भट्ट के बीच सोमवार को तनावपूर्ण बहस हुई थी, जब सुनवाई एचसी के यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम की जा रही थी. कथित तौर पर बाद में वीडियो को हटा दिया गया.

वैष्णव ने बुधवार को अदालत की कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान भट्ट और अदालत कक्ष में कई वकीलों की उपस्थिति में कहा, “सोमवार को जो हुआ वह नहीं होना चाहिए था. मैं गलत था. मुझे इसके लिए खेद है.”

सोमवार की घटना की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर चल रही है, जिसमें वैष्णव और भट्ट एक पीठ की अध्यक्षता करते हुए एक मामले पर विचार कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि वे इस बात पर असहमत हैं कि मामले में क्या आदेश पारित किया जाना चाहिए.

वैष्णव कहते हुए सुनाई दे रहे हैं. “तुम अलग हो यार!”  “आप एक पर असहमत हुए, दूसरे पर (भी) आपका अलग मत है.”

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भट्ट को यह कहते हुए सुना जा रहा है: “यह अलग मत रखने का सवाल नहीं है.”

वैष्णव आगे कहते हैं: “तो फिर बड़बड़ाओ मत…फिर आप एक अलग आदेश पारित करो.”

इसके बाद वैष्णव अचानक यह कहते हुए बेंच से उठ गए कि अदालत कोई अन्य मामले को कार्यवाही में नहीं लेगी.

गुजरात हाईकोर्ट हर दिन अपनी कार्यवाही को अपने यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम करता है. इस घटना ने ऑनलाइन प्लेटफार्म पर हंगामा मचा दिया, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के कई यूजर्स ने इस नाराजगी के लिए वरिष्ठ न्यायाधीश की आलोचना की. एक यूजर ने इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” कहा और एक बेंच पर सीनियर और जूनियर जजों की डायनिमिक्स के बारे में बात की.

एक अन्य यूजर ने इस आदान-प्रदान को “अंधराष्ट्रवाद का निंदनीय और गैर-जिम्मेदाराना प्रदर्शन” कहा, जबकि तीसरे ने साथी न्यायाधीश के लिए “यार” शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई.

वैष्णव को अप्रैल 2016 में उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था, और मार्च 2018 में स्थायी न्यायाधीश बनाया गया था. न्यायमूर्ति भट्ट को अक्टूबर 2021 में पीठ में पदोन्नत किया गया था.

(अनुवाद और संपादन : इन्द्रजीत)

(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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