मुंबई, तीन अगस्त (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की नेता सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा भाजपा के साथ गठबंधन करने से पहले पहचान बदलकर दिल्ली जाने की खबरों को नकारने के संबंध में कहा कि उन्होंने कभी किसी के खिलाफ आरोप नहीं लगाए।
अजित पवार ने उन खबरों को खारिज कर दिया था, जिसमें कहा गया कि जब वह महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता थे, तब वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए पहचान बदलकर दिल्ली जाते थे।
अजित ने कहा था कि अगर 2023 में राकांपा द्वारा भाजपा के साथ गठबंधन करने से पहले उनकी दिल्ली यात्रा के बारे में खबरें साबित होती हैं तो वह राजनीति छोड़ देंगे और अगर ऐसा नहीं होता है, तो ऐसे आरोप लगाने वालों को राजनीति छोड़ देनी चाहिए।
सुले ने कहा, ‘‘मैंने कभी किसी के खिलाफ आरोप नहीं लगाए। मैं रचनात्मक राजनीति और नीति-निर्माण में विश्वास रखती हूं। सभी समाचार चैनलों ने राष्ट्रीय राजधानी में सुनील तटकरे के आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान अजित पवार के इस दावे का जिक्र किया कि कैसे वह राकांपा में विभाजन से पहले पहचान बदलकर दिल्ली जाते थे।’’
सुले ने कहा कि वह इस बात से हैरान हैं कि जब अजित पवार विपक्ष के नेता थे, तब वह कम से कम ‘‘दस बार’’ पहचान बदलकर शाह से मिलने दिल्ली गए थे।
बारामती से सांसद सुले ने कहा, ‘‘जब दिल्ली में समाचार चैनलों ने मुझसे अजित पवार के दावों के बारे में पूछा, तो मैं हैरान रह गई। मैंने प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा में डीजी ऐप पर चेहरे की पहचान को आधार से मिलान करने का मुद्दा उठाया था। मैंने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया।’’
मीडिया के एक धड़े में प्रकाशित खबरों में दावा किया गया है कि हाल में हुई एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान, अजित पवार ने खुलासा किया कि वह पहचान बदलकर दिल्ली जाते थे और दोनों पार्टियों (राकांपा और भाजपा) के बीच गठबंधन को लेकर अमित शाह से मिलते थे।
खबरों के मुताबिक, अजित पवार ने कथित तौर पर कहा, ‘‘मैं उन बैठकों में भाग लेने के लिए दिल्ली जाते समय हवाई यात्रा के दौरान मास्क और टोपी पहनता था। हवाई यात्रा के लिए मैंने अपना नाम भी बदल लिया था।’’
इस दावे को लेकर शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (एसपी) नेताओं ने अजित पर निशाना साधा। हालांकि, शुक्रवार को नासिक में पत्रकारों से बातचीत में अजित ने कहा कि वह ‘‘खुली राजनीति’’ करने में विश्वास रखते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं लोकतंत्र में काम करने वाला कार्यकर्ता हूं। मुझे कुछ भी छिपाकर राजनीति करने की आदत नहीं है। हालांकि, हमें विरोधियों द्वारा फर्जी बयानों और झूठी खबरों के जरिये बदनाम किया गया है।’’
अजित ने कहा कि उनके विरोधी महाराष्ट्र में महायुति सरकार द्वारा लागू की जा रही अच्छी योजनाओं से बौखला गए हैं, इसलिए वे इस तरह की बातें कर रहे हैं।
अजित ने कहा, ‘‘पहचान बदलकर मेरे दिल्ली जाने की खबरें झूठी हैं। अगर मुझे कहीं जाना है तो मैं खुलेआम जाऊंगा। मुझे किसी से डरने की जरूरत नहीं है। अगर पहचान बदलकर जाने की खबरें सही साबित होती हैं तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।’’
हाल के लोकसभा चुनावों में सुले ने अपनी भाभी और अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को महाराष्ट्र के बारामती निर्वाचन क्षेत्र से हराया था।
भाषा आशीष माधव
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