नई दिल्ली: ब्रिगेडियर एल. एस. लिड्डर जिनका बुधवार को तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया था. कल रात उनका पार्थिव शरीर दिल्ली लाया गया था.
ब्रिगेडियर लिड्डर का पार्थिव शरीर देख परिवार के आंखों से आंसु रुकते नज़र नही आए. उनकी पत्नी और बेटी ने खुद को हौसला दिया और इस दुख की घड़ी में एक दूसरे का हाथ थाम कर ब्रिगेडियर लिड्डर को अलविदा कहा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी में ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की.
ब्रिगेडियर एल. एस. लिड्डर का अंतिम संस्कार दिल्ली के छावनी में बराड़ चौक पर रखा गया. उनकी पत्नी और बेटी ने अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की.
चेहरे पर एक छोटी मुस्कान रख कर ब्रिगेडियर एल. एस. लिड्डर की पत्नी गीतिका लिड्डर ने कहा, ‘बहुत ज्यादा दोस्त थे उनके, बहुत प्यार देते थे सबको. मैं एक सैनिक की पत्नी हूं. हमें उन्हे एक अच्छी विदाई देनी चाहिए, मुस्कुराते हुए विदा करना चाहिए.’
उन्होंने आगे कहा, ‘जीवन बहुत लम्बी है काटने के लिए, लेकिन भगवान को ये मंजूर है तो फिर हम इसके साथ ही जियेंगे. वो एक अच्छे पिता थे, यह एक बड़ा नुकसान है.’
Delhi | We must give him a good farewell, a smiling send-off, I am a soldier's wife. It's a big loss: Brig LS Lidder's wife Geetika Lidder pic.twitter.com/QOHxuFtxtL
— ANI (@ANI) December 10, 2021
17 साल की आशना लिड्डर ने अपने पिता के निधन पर कहा मैंने अपने जीवन के 17 साल उनके साथ बिताए हैं. शायद यही किस्मत में था हम अच्छी यादों के साथ अपना जीवन आगे बढ़ाएंगें. ये एक बड़ा राष्ट्रीय नुकसान है. मेरे पापा हीरो थे , मेरे अच्छे दोस्त थे. वो बहुत खुशमिज़ाज़ इंसान थे सब से बड़े मोटिवेटर थे, मेरी हर बात मानते थे.
I am going to be 17. So he was with me for 17 years, we will go ahead with happy memories. It's a national loss. My father was a hero, my best friend. Maybe it was destined and better things will come our way. He was my biggest motivator: Aashna Lidder, daughter of Brig LS Lidder pic.twitter.com/4BhT4GSwTj
— ANI (@ANI) December 10, 2021
जून 26,1969 को जन्मे ब्रिगेडियर लिड्डर जनवरी 2021 से सीडीएस के रक्षा सहायक थे. उन्हें दिसंबर 1990 में जम्मू-कश्मीर राइफल्स (जेएकेआरआईएफ) में शामिल किया गया था और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक बल के तौर पर कांगो में जेएकेआरआईएफ की एक बटालियन की कमान संभाली थी. उन्होंने भारत की उत्तरी सीमाओं पर भी एक ब्रिगेड की कमान संभाली थी.
राजनाथ सिंह ब्रिगेडियर लिड्डर की पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की
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