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Tuesday, 17 December, 2024
होमदेश‘मोदी के लिए हाइड्रोलिक कमल, उद्धव के लिए शिवशाही थीम’, नेताओं के आर्ट डायरेक्ट थे नितिन देसाई

‘मोदी के लिए हाइड्रोलिक कमल, उद्धव के लिए शिवशाही थीम’, नेताओं के आर्ट डायरेक्ट थे नितिन देसाई

चार बार के फिल्मफेयर पुरस्कार विजेता नितिन देसाई, जिन्होंने बुधवार को एनडी स्टूडियो में आत्महत्या कर ली, को राज्य सरकारों द्वारा भी कई प्रोजेक्ट्स दी गईं थी, भले ही कोई भी पार्टी सत्ता में क्यों न हो.

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मुंबई: पिछले दो दशकों से जब भी महाराष्ट्र का कोई राजनेता अपने कार्यक्रमों से धूम मचाना चाहते थे, तो उन्हें पता होता था कि उन्हें किससे मिलना है- प्रसिद्ध आर्ट डायरेक्टर और एनडी स्टूडियो के संस्थापक नितिन चंद्रकांत देसाई.

बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्म हम दिल दे चुके सनम, मुन्नाभाई एम.बी.बी.एस., स्लमडॉग मिलियनेयर और लगान सहित अन्य फिल्मों के सेट बनाने के लिए जाने जाने वाले देसाई ने कथित तौर पर बुधवार को मुंबई के पड़ोसी रायगढ़ जिले के कर्जत में स्थित एनडी स्टूडियो में आत्महत्या कर ली. वह 57 साल के थे.

रायगढ़ जिले के उरण से निर्दलीय विधायक महेश बाल्दी ने मीडिया को बताया कि आर्ट डायरेक्टर, चार बार फिल्मफेयर पुरस्कार और चार बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता, “अत्यधिक कर्ज” में थे. बाल्दी ने कहा कि वह दो महीने पहले देसाई से मिले थे.

नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने पिछले हफ्ते 252.48 करोड़ रुपये के ऋण नहीं चुकाने के चलते एनडी आर्ट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड, जिसका एनडी स्टूडियो एक हिस्सा है, के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू की थी. कंपनी की स्थापना 2002 में हुई थी.

हिंदी और मराठी फिल्म उद्योग में सभी प्रमुख डायरेक्टों के साथ काम करने के बाद, नितिन देसाई सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए आकर्षक भव्य मंच बनाने का काम करने लगे थे. इसके कारण वह राजनीतिक दलों और राज्य सरकार के पसंदीदा व्यक्ति बन गए थे. वह काफी कम समय में मंच तैयार करने का ठेका लेते थे. 

बुधवार को मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने देसाई के बारे में कहा, “महाराष्ट्र ने एक महान कलाकार खो दिया है. मुझे नहीं पता कि उन्होंने आत्महत्या क्यों की, लेकिन जब एक व्यक्ति, जिसका नाम उसके काम के क्षेत्र में शीर्ष पांच लोगों में गिना जाता है, ऐसे व्यक्ति की आत्महत्या से मरने की खबर बेहद चौंकाने वाली है.”

मोदी के ‘दोस्त नितिन देसाई’

नितिन देसाई का जन्म महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र के दापोली में हुआ था और उन्होंने 1987 में गोविंद निहलानी द्वारा निर्देशित टेलीविजन शार्ट सीरिज तमस में सहायक आर्ट डायरेक्टर के रूप में फिल्म उद्योग में काम करना शुरू किया था. इस सीरिज में विभाजन को दिखाया गया था. 

बीते कुछ सालों में उन्होंने पूरे महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और अविभाजित शिवसेना के साथ मिलकर काम किया औप उनके लिए कार्यक्रम का आयोजन किया.

पार्टी नेताओं ने दिप्रिंट को बताया कि 2003 में, जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद पहली बार मुंबई आए थे, तो बीजेपी ने मंच व्यवस्था की योजना बनाने के लिए देसाई को नियुक्त किया था. देसाई द्वारा डिज़ाइन किए गए लेआउट में मोदी को हाइड्रॉलिक रूप से संचालित कमल द्वारा मंच पर उठाया गया था, जो बीजेपी का चुनाव प्रतीक है. एक बार जब कमल मंच के बराबर में था तो उसकी पंखुड़ियां खुलीं और फिर अंदर से गुजरात के सीएम मोदी निकले.

कार्यक्रम के बारे में 2021 में मराठी टेलीविजन चैनल एबीपी माझा से बात करते हुए, देसाई ने कहा कि जब मोदी 2.5 लाख लोगों की भीड़ के सामने कमल से निकले तो उनके चेहरे पर आश्चर्य की अभिव्यक्ति थी.

उस कार्यक्रम में दिए गए मोदी के भाषण को याद करते हुए, देसाई ने चैनल से कहा था, “उन्होंने (मोदी) कहा कि जो 2.5 लाख लोग यहां आए हैं, उनमें से एक लाख नरेंद्र मोदी को देखने आए हैं और 1.5 लाख लोग मंच देखने आए हैं, जिसे मेरे दोस्त नितिन देसाई द्वारा बनाया गया है.”

इसके बाद देसाई को महाराष्ट्र में मोदी की कई रैलियों के लिए मंच डिजाइन करने का प्रभार दिया गया. 2009 में उन्होंने पुणे में डेक्कन जिमखाना के पास मोदी की रैली के लिए सात सफेद पंखुड़ियों वाला एक विशाल कमल के आकार का मंच डिजाइन किया. दिसंबर 2013 में, मोदी के पीएम बनने से कुछ महीने पहले, देसाई ने मुंबई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की एक मेगा रैली के लिए मंच डिजाइन किया था.

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, जिन्होंने 2003 के आयोजन में देसाई के साथ मिलकर काम किया था, ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, “दोस्त, आपने अचानक जीवन के बेहद खूबसूरत और स्मारकीय सेट को नष्ट कर दिया (जो आपने बनाया था).”

जब 2014 में महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार सत्ता में आई, तो पार्टी ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए आर्ट डायरेक्ट के रूप में नितिन देसाई को नियुक्त किया. इस आयोजन के लिए, देसाई ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में रायगढ़ किले की तरह मंच डिजायन किया था. रायगढ़ किला वह स्थान है जहां 17वीं सदी के मराठा योद्धा राजा छत्रपति शिवाजी का राज्याभिषेक हुआ था.

ठाकरे के लिए ‘शिवशाही’ थीम पर शपथ ग्रहण

2019 में, जब महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार सत्ता में आई, तो देसाई को एक बार फिर काम का जिम्मा सौंपा गया. 

नई सत्तारूढ़ सरकार ने मुंबई के शिवाजी पार्क में शपथ ग्रहण समारोह के लिए सेट डिजाइन के लिए उनसे संपर्क किया. शिवाजी पार्क में बाल ठाकरे ने शिव सेना प्रमुख के रूप में अपनी पहली रैली को संबोधित किया था. शिवसेना के ठाकरे परिवार के पहले सदस्य के मुख्यमंत्री पद संभालने के अवसर को चिह्नित करने के लिए, देसाई की टीम ने एक बड़ा छत्रपति शिवाजी का भित्तिचित्र बनाया और मराठा राजा के साम्राज्य की थीम पर कार्यक्रम स्थल को सजाया.

नितिन देसाई बीजेपी के अलावा शिवसेना से संबंधित कार्यक्रमों का जिम्मा भी संभालते थे. पार्टी नेताओं द्वारा आयोजित ‘दही हांडी’ समारोहों के लिए मंच डिजाइन करने से लेकर ‘शिव वड़ा पाव’ के कॉन्सेप्ट के शिवसेना के लॉन्च पर एक ‘वड़ा पाव’ का सैंपल लेकर वह आए थे. 

सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, “उन्होंने कई मराठी-हिंदी ऐतिहासिक फिल्मों और धारावाहिकों के लिए आर्ट डायरेक्टर के रूप में काम किया था और दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया था. उनका निधन अविश्वसनीय है.”

वही राजनीतिक दल जो अपने आयोजनों के लिए देसाई की मदद लेते थे, सत्ता में होने पर उन्हें सरकारी कामों का जिम्मा भी सौंपते थे. 

फरवरी 2016 में, देसाई ने मुंबई में ‘मेक इन इंडिया’ वीक के लिए महाराष्ट्र मंडप को डिजाइन किया था. इसके अलावा उन्होंने प्रतिनिधियों के लिए गिरगांव चौपाटी पर एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए एक मंच भी डिजाइन किया था.

उसी साल, अरब सागर में एक टापू पर प्रस्तावित छत्रपति शिवाजी स्मारक के भूमि पूजन समारोह के लिए देसाई की टीम को काम पर रखा गया था. समारोह में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी नाव से आइलेट गए थे.

देसाई के अकाउंट पर एक इंस्टाग्राम पोस्ट के अनुसार, शिवाजी स्मारक भूमि पूजन पर अपने काम के बारे में बोलते हुए, बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा, “हर कोई इस बात को लेकर चिंतित था कि हम चट्टानी इलाके में भूमि पूजन कैसे करेंगे. उस वक्त सीएम को नितिन देसाई की याद आई और उन्होंने उन्हें फोन किया. अगले आठ दिनों तक, दिन रात हमने मिलकर काम किया आप सभी ने टेलीविजन पर देखा होगा कि यह एक बढ़िया कार्यक्रम था.”

पाटिल ने कहा, “जब हर कोई पानी पर भूमि पूजन करने के बारे में चिंतित था, तो नितिन देसाई ने लालबागचा राजा (ऐतिहासिक गणेश मूर्ति) के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ट्रॉली खरीदी और उस पर छत्रपति शिवाजी महाराज की एक मूर्ति स्थापित की, इसे टापू पर रख दिया, ताकि पूजा करते समय पूजा करने पर ऐसा लगेगा जैसे हम छत्रपति शिवाजी महाराज की पूजा कर रहे हैं.” 

देसाई ने विभिन्न सरकारों के तहत गणतंत्र दिवस परेड के लिए महाराष्ट्र की झांकियां और गुजरात के केवडिया में वल्लभभाई पटेल को समर्पित एक विशाल स्मारक ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के अनावरण के लिए मंच भी डिजाइन किया था.

यदि आपको भी आत्महत्या का विचार आ रहा है या अवसाद महसूस कर रहे हैं, तो कृपया अपने राज्य के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें.

(संपादनः ऋषभ राज)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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