चंडीगढ़, आठ अक्टूबर (भाषा) हरियाणा पुलिस के अधिकारी वाई पूरन कुमार द्वारा कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने के एक दिन बाद उनकी पत्नी ने बुधवार को दावा किया कि पूरन की मौत उच्च पदस्थ अधिकारियों की ओर से ‘सुनियोजित उत्पीड़न’ किए जाने के कारण हुई।
पूरन की पत्नी अमनीत पी. कुमार ने शिकायत दर्ज कराई और अनुरोध किया कि चंडीगढ़ पुलिस रोहतक के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एक उच्च अधिकारी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करे।
उन्होंने अधिकारियों की तत्काल गिरफ्तारी की भी मांग की। कई बार प्रयास करने के बावजूद अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका।
वरिष्ठ नौकरशाह अमनीत जापान के आधिकारिक दौरे से वापस लौटीं, जहां वह मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गई थीं।
वाई. पूरन कुमार 2001 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी थे और वह मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास में मृत पाए गए थे।
हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी समेत कुछ वरिष्ठ नौकरशाहों ने अमनीत कुमार के यहां पहुंचने पर उनसे मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि कुमार (52) ने कथित आठ पन्नों के टाइप और हस्ताक्षर वाले अपने ‘सुसाइड नोट’ में अपने करियर के दौरान आई कई समस्याओं का ज़िक्र किया है। कई कारणों ने उन्हें यह आत्मघाती कदम उठाने के लिए प्रेरित किया होगा।
सूत्रों के अनुसार, पीड़ित ने बताया कि कुछ अधिकारियों द्वारा उन्हें ‘मानसिक प्रताड़ना’ दी गई।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गीता भुक्कल समेत अन्य लोग सेक्टर 24 स्थित अमनीत कुमार के सरकारी आवास पर संवेदना व्यक्त करने पहुंचे।
पूरन कुमार ने सेक्टर 11 स्थित अपने घर में यह कदम उठाया था।
भुक्कल ने कहा, ‘‘जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें न्याय मिलना चाहिए। सरकार को गहन जांच करनी चाहिए।’’
सेक्टर 16 स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चिकित्सकों के एक बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा और शव को अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया है।
पूरन कुमार को हाल ही में रोहतक के सुनारिया में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (पीटीसी) के महानिरीक्षक के रूप में तैनात किया गया था।
उनका शव सेक्टर 11 स्थित घर के बेसमेंट स्थित एक कमरे में मिला और उन्हें गोली लगी हुई थी।
पुलिस ने बताया कि केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की एक टीम ने कुछ साक्ष्य जुटाए जिसमें पूरन कुमार द्वारा कथित तौर पर खुद को गोली मारने के लिए प्रयुक्त किया गया हथियार भी शामिल था।
उसने बताया कि घटनास्थल से एक वसीयत और एक आखिरी नोट भी मिला है जिसे जब्त कर लिया गया।
इस बीच, रोहतक में एक शराब ठेकेदार ने एक हेड कांस्टेबल के खिलाफ उससे रिश्वत मांगे जाने की शिकायत दर्ज करवाई थी।
हेड कांस्टेबल सुशील कुमार को रोहतक पुलिस ने सोमवार को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
शराब ठेकेदार ने आरोप लगाया था कि हेड कांस्टेबल ने पूरन कुमार के नाम पर ढाई लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है।
पूरन कुमार इससे पहले रोहतक रेंज के महानिरीक्षक (आईजी) पद पर तैनात थे और हाल ही में उनका तबादला सुनारिया में हुआ था।
अंबाला, रोहतक और कुरुक्षेत्र सहित हरियाणा के कई जिलों में सेवा दे चुके आईपीएस अधिकारी पूरन ने इंजीनियरिंग से स्नातक किया था और वह मई 2033 में सेवानिवृत्त होने वाले थे।
भाषा जोहेब प्रशांत
प्रशांत
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