चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने रविवार को कहा कि उसने राज्य के होशियारपुर जिले में प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के दो कैडर को गिरफ्तार कर उसके आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है.
पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा कि गिरफ्तार कैडर की पहचान माखन सिंह गिल उर्फ अमली और देविंदर सिंह उर्फ हैप्पी के तौर पर की गयी है. दोनों होशियारपुर के नूरपुर जत्तन गांव के रहने वाले हैं.
गुप्ता ने एक बयान में कहा कि पुलिस ने उनके पास से दो आधुनिक हथियार -एक एमपी5 सब-मशीन गन और एक 9एमएम पिस्तौल, गोला-बारूद के साथ एक सफेद रंग की कार, चार मोबाइल फोन और एक इंटरनेट डोंगल आदि जब्त किये हैं.
डीजीपी ने बताया कि कुछ खालिस्तान समर्थक तत्वों की विध्वंसक साजिश के बारे में मिली जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने राज्य में बड़े स्तर पर छापेमारी की और अतीत में पकड़े गये अनेक आतंकी मॉड्यूल के सदस्यों की गतिविधियों तथा उनके ठिकानों का पता लगाने की कोशिश की.
उन्होंने कहा, ‘यह सफलता पिछले कुछ दिनों में शुरू किये गये अभियान और इन समन्वित प्रयासों का परिणाम है.’
गुप्ता ने कहा कि माखन ने प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा किया कि वे दोनों कनाडा निवासी हरप्रीत सिंह के साथ संपर्क में थे जिसने उन दोनों को राज्य में हत्याओं को अंजाम देने के लिए आतंकी मॉड्यूल खड़ा करने के लिए उकसाया था.
डीजीपी ने बताया, ‘बब्बर खालसा इंटरनेशनल के प्रमुख वाधवा सिंह के करीबी सहयोगी रहे माखन के अनुसार केजेएफ का सदस्य कनाडा निवासी हरप्रीत नियमित पाकिस्तान जाता रहता है और वह पाकिस्तान स्थित केजेडएफ के प्रमुख रंजीत सिंह उर्फ नीता का करीबी है.’
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि रंजीत ने अपने साथियों की मदद से उनके लिए हथियारों और गोला-बारूद का बंदोबस्त किया.
गुप्ता के अनुसार, ‘आतंकियों के जर्मनी और अमेरिका से ताल्लुक रखने वाले कुछ अन्य विदेशी आकाओं के नाम भी मॉड्यूल में सामने आए हैं जो विदेश से विभिन्न धन अंतरण सेवाओं एवं अन्य चैनलों के जरिये माखन उर्फ अमली को पैसे पहुंचाने में शामिल थे.’
डीजीपी ने कहा कि माखन कट्टर खालिस्तान समर्थक आतंकी है, जिसे पंजाब पुलिस ने पहले भी भारत में हथियारों की खेप की तस्करी और आतंकवाद से जुड़े अपराधों में शामिल रहने के मामले में गिरफ्तार किया था.
उन्होंने कहा, ‘माखन ने पाकिस्तान में प्रशिक्षण प्राप्त किया है और वह 1980 तथा 1990 के दशक में अमेरिका में रहा था। वह पाकिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के प्रमुख वाधवा सिंह बब्बर से बहुत करीब से जुड़ा था और 14 साल से अधिक समय तक उसके साथ पाकिस्तान में रहा था.’
गुप्ता ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ होशियारपुर जिले के थाना महलपुर में आईपीसी, शस्त्र अधिनियम एवं गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के अनेक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने कहा कि माखन पहले भी अनेक आतंकी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है. उसके खिलाफ पहले भी सात मामले दर्ज हो चुके हैं.