धर्मशाला, 13 जून (भाषा) हिमाचल प्रदेश की धर्मशाला विधानसभा सीट से विधायक सुधीर शर्मा ने शिमला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव गांधी के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत की है। गांधी इस समय अवकाश पर हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक शर्मा की ओर से यह शिकायत बृहस्पतिवार को धर्मशाला में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत की गई।
भाजपा विधायक ने अपनी अर्जी में गांधी पर 23 मई को शिमला में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान निराधार और अपमानजनक बयान देने का आरोप लगाया है।
गांधी ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि पिछले साल राज्यसभा चुनाव के दौरान निजी राजनीतिक लाभ के लिए छह कांग्रेस विधायकों को भाजपा में शामिल कराने के पीछे शर्मा का हाथ था।
एसपी ने आरोप लगाया था कि शर्मा विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में सूत्रधार के रूप में उभरे हैं।
गांधी ने कथित तौर पर शर्मा पर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की एक सुनवाई का ‘लाइव-स्ट्रीम’ क्लिप प्रसारित करने का भी आरोप लगाया, जिसमें एचपीपीसीएल के मुख्य अभियंता विमल नेगी की कथित आत्महत्या मामले में उन्हें फटकार लगाई गई थी।
शर्मा ने दलील दी कि वीडियो को उच्च न्यायालय द्वारा आधिकारिक रूप से लाइव स्ट्रीम किया गया था। उन्होंने फुटेज के संपादन या दुरुपयोग में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया।
भाजपा विधायक ने गांधी के आरोपों को ‘‘झूठा, बेबुनियाद और किसी भी साक्ष्य द्वारा समर्थित नहीं’’ बताया तथा कहा कि इससे उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों और राजनीतिक सहयोगियों के बीच उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है।
शर्मा ने कहा, ‘‘इस मामले में मेरे खिलाफ कोई जांच या मामला दर्ज नहीं किया गया है।’’ उन्होंने गांधी की टिप्पणी को अपमानजनक और पेशेवर रूप से गैरजिम्मेदाराना बताया।
शर्मा ने पहले कहा था कि विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में उनके खिलाफ न तो कोई प्राथमिकी दर्ज की गई है और न ही उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है, लेकिन एसपी ने उन्हें मामले का ‘सूत्रधार’ बताया है।
भाजपा विधायक ने उनके खिलाफ ‘‘अपमानजनक, निराधार और धमकी भरी’’ टिप्पणी करने के लिए गांधी के खिलाफ विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव भी पेश किया था।
भाषा धीरज माधव
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