मुंबई, दो दिसंबर (भाषा) शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा भारत की घटती प्रजनन दर पर चिंता व्यक्त किए जाने के एक दिन बाद पूछा कि वह जनसंख्या में और कितनी वृद्धि चाहते हैं।
राउत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश की आबादी पहले से ही 150 करोड़ है और आप इसे और बढ़ाने की बात करते हैं। संघ प्रमुख और कितनी आबादी चाहते हैं?’’
शिवसेना (उबाठा) के राज्यसभा सदस्य ने पूछा, ‘‘क्या आपके पास मौजूदा आबादी का भरण-पोषण करने के लिए पर्याप्त नौकरियां और घर हैं?’’
मोहन भागवत ने जनसंख्या वृद्धि में गिरावट पर चिंता जताते हुए रविवार को कहा कि भारत की कुल प्रजनन दर (टीएफआर) मौजूदा 2.1 के बजाए कम से कम तीन होनी चाहिए।
टीएफआर का तात्पर्य एक महिला द्वारा जन्म दिए जाने वाले बच्चों की औसत संख्या से है।
नागपुर में ‘कठाले कुलसम्मेलन’ में उन्होंने परिवारों की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला और आगाह किया कि जनसंख्या विज्ञान के अनुसार, यदि किसी समाज की कुल प्रजनन दर 2.1 से नीचे जाती है, तो यह विलुप्त होने के कगार पर पहुंच सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘जनसंख्या में कमी गंभीर चिंता का विषय है। जनसांख्यिकी अध्ययनों से पता चलता है कि जब किसी समाज की कुल प्रजनन दर 2.1 से नीचे जाती है, तो उसके विलुप्त होने का खतरा होता है। इस गिरावट के लिए जरूरी नहीं कि बाहरी खतरे हों; कोई समाज धीरे-धीरे अपने आप ही विलुप्त हो सकता है।’’
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) के 2021 में जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की टीएफआर 2.2 से घटकर 2 हो गई है, जबकि गर्भनिरोधक इस्तेमाल की दर 54 प्रतिशत से बढ़कर 67 प्रतिशत हो गई है।
भाषा
प्रीति प्रशांत
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