नई दिल्ली: एयर इंडिया और बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (बीआईएएल) ने सोमवार को बेंगलुरु को दक्षिण भारत के लिए एक प्रमुख विमानन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए एक समझौते की घोषणा की, जिसका उद्देश्य अगले कुछ वर्षों में भारत से दुनिया के अन्य देशों की हवाई यात्रा कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है. एयर इंडिया ने एक बयान में इस बात की जानकारी दी.
समझौते के हिस्से के रूप में, एयर इंडिया, टाटा समूह की अन्य एयरलाइंस – एयर इंडिया एक्सप्रेस और विस्तारा – और बीआईएएल के साथ अगले पांच वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी, परिचालन दक्षता और यात्री अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सहयोग करेगी.
बयान में कहा गया है, “इसमें एक उन्नत नेटवर्क के माध्यम से केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, बेंगलुरु (केआईएबी या बीएलआर हवाई अड्डे) पर ग्रुप की उपस्थिति को मजबूत करना और टाटा समूह की एयरलाइंस एयर इंडिया और विस्तारा के प्रीमियम और बार-बार यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक समर्पित डोमेस्टिक लाउंज स्थापित करना शामिल है.
एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने कहा, “एयरलाइन-एयरपोर्ट के बीच का तालमेल बेहतर ग्राहक अनुभव और कुशल संचालन की कुंजी है, जबकि बेंगलुरु एक ओरिजिन और डेस्टिनेशन मार्केट के साथ-साथ एक कनेक्टिंग हब के रूप में लोगों को काफी लुभाता है. इसलिए हमें हवाई अड्डे पर अधिक उपस्थिति विकसित करने, हवाई कनेक्टिविटी का विस्तार करने के साथ-साथ एक प्रमुख एमआरओ केंद्र बनाने के उद्देश्य से बीआईएएल के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने में खुशी हो रही है.
एयर इंडिया ने बीएलआर हवाई अड्डे पर व्यापक रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) सुविधाएं स्थापित करने के लिए कर्नाटक के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए हैं. एयरलाइन ने कहा, “यह बेंगलुरु में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने और समय के साथ दक्षिणी भारत से आने वाले सीधे लंबी दूरी के मार्गों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपने वैश्विक पदचिह्न का विस्तार करने की एयर इंडिया की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है.”
एयर इंडिया के अनुसार, यह साझेदारी एमआरओ पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहित करेगी और राज्य में उच्च-कुशल व्यक्तियों के लिए 1,200 से अधिक नए रोजगार के अवसर पैदा करने का अनुमान है.
बैंगलोर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ, हरि मरार ने कहा, “दक्षिण भारत के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे के रूप में, बीएलआर हवाई अड्डा दक्षिणी और मध्य भारत में प्राथमिक अंतरराष्ट्रीय प्रवेश द्वार (प्राइमरी इंटरनेशनल गेटवे) के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए समर्पित है.”
यह कहते हुए कि बेंगलुरु से यूरोप, उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और सुदूर पूर्व की ओर जाने वाले आधे से अधिक अंतर्राष्ट्रीय यात्री, मरार ने कहा कि उनका लक्ष्य अगले पांच वर्षों में बीएलआर हवाई अड्डे से लंबी दूरी के मार्गों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हासिल करना है.
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