होशियारपुर, 24 अगस्त (भाषा) पंजाब के होशियारपुर में एलपीजी टैंकर में आग लगने की घटना में चार और लोगों की झुलसने से मौत हो गई, जिससे मृतक संख्या बढ़कर सात हो गई। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
होशियारपुर की उपायुक्त आशिका जैन ने कहा कि मंजीत सिंह (60), विजय (17), जसविंदर कौर (65) और आराधना वर्मा (30) ने रात में एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
उन्होंने बताया कि ये सभी मंडियाला से थे।
सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार ने बताया कि चारों लोग 90 प्रतिशत से अधिक झुलस चुके थे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
पंजाब के होशियारपुर-जालंधर मार्ग पर मंडियाला अड्डे के पास शुक्रवार रात 10 बजे एक वाहन की टक्कर के बाद एलपीजी टैंकर में विस्फोट हुआ और आग लग गई थी।
पुलिस ने बताया कि आग तेजी से फैली और इसने आसपास की लगभग 15 दुकानों तथा कम से कम चार घर को अपनी चपेट में ले लिया।
इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि 21 व्यक्ति घायल हो गए। वहीं, शनिवार को एक और व्यक्ति की झुलसने से मौत हो गई।
पुलिस में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, टैंकर राम नगर ढेहा लिंक रोड की ओर मुड़ रहा था, तभी उसकी टक्कर सब्जी से लदे एक अन्य वाहन से हो गई। दोनों वाहनों में आग लग गई।
डॉ. पवन कुमार ने बताया कि घटना के तुरंत बाद एक व्यक्ति को होशियारपुर के सरकारी अस्पताल में मृत अवस्था में लाया गया, जबकि एक अन्य व्यक्ति ने निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया।
वहीं, एक तीसरे व्यक्ति ने अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया था।
मंडियाला और आसपास के गांवों के कई निवासियों ने शनिवार सुबह इस घटना के खिलाफ धरना दिया और होशियारपुर-जालंधर सड़क के दोनों ओर साढ़े तीन घंटे से अधिक समय तक वाहनों की आवाजाही बाधित रखी।
प्रदर्शनकारियों ने मुआवजे और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
उपायुक्त जैन ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि घायलों को पंजाब सरकार की फरिश्ता योजना के तहत मुफ्त इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
पंजाब के कई मंत्रियों और सांसदों सहित विभिन्न नेताओं ने अस्पतालों में जाकर घायलों से मुलाकात की।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को होशियारपुर एलपीजी टैंकर विस्फोट में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा शनिवार को की।
पंजाब के राज्यपाल एवं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने इस घटना पर दुख जताया।
भाषा प्रीति शोभना
शोभना
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.