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Wednesday, 18 December, 2024
होमदेशपवित्र गाय! गांधीधाम में बड़ी तादाद में मर रहे हैं मवेशी, प्रशासन पर बढ़ रहा है भार

पवित्र गाय! गांधीधाम में बड़ी तादाद में मर रहे हैं मवेशी, प्रशासन पर बढ़ रहा है भार

आधिकारिक रिपोर्टों में कहा गया है कि राजस्थान और गुजरात में त्वचा रोग से 3,000 से अधिक मवेशियों की मौत हो गई है, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह संख्या अधिक हो सकती है

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गांधीधाम (गुजरात): एक आवारा कुत्ता जमीन में धंसी आधी खाई हुई गाय के शव को खींच कर बाहर निकालने की कोशिश करता है.

कैप्रीपॉक्स वायरस, एक एलएसडी वायरल बीमारी है जो गाय और भैंस दोनों को प्रभावित करता है. आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, इससे राजस्थान के नौ जिलों और गुजरात के कम से कम 14 जिलों में 3 हजार से ज्यादा मवेशियों के बीमार होने का दावा किया है.

जानवरों के इलाज के लिए काम कर रहे स्थानीय लोगों का कहना है कि यह संख्या अधिक हो सकती है.

दिप्रिंट ने सिर्फ एक शाम में गांधीधाम के एक कैंप में 18 मवेशियों की मौत देखी.

यहां की सड़कें संक्रमित और अनुपचारित मवेशियों से भरी पड़ी है जिससे बीमारी फैलने का खतरा बढ़ रहा है.

स्थानीय गौ रक्षकों ने सामूहिक कब्र बनाई है जहां वह रोजाना बीमारी से मरने वाले मवेशियों को फेंकते हैं.

गैर सरकारी संगठनों, गौराक्षकों, धार्मिक संगठनों, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सेवा साधना के वॉलिंटियर्स मवेशियों के लिए दवाएं और भोजन इकट्ठा करने का काम कर रहे हैं.

स्थानीय सूत्रों का आरोप है कि ज्यादातर बीमारी आवारा मवेशियों में फैली है जिन्हें दूध देना बंद करने के बाद सड़कों पर छोड़ दिया गया है.

राज्य में गोहत्या पर रोक लगाने के बाद पिछले कुछ सालों में ऐसे आवारा जानवरों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.

 Local volunteers attend to an infected cow with saline drips at Gandhidham | Praveen Jain | ThePrint
गुजरात के कच्छ के गांधीधाम में वॉलिंटियर एक संक्रमित गाय को सलीन ड्रिप्स लगाते हुए | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
An infected calf at the Gandhidham cattle camp | Praveen Jain | ThePrint
गांधीधाम मवेशी शिविर में एक बीमार बछड़ा | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Gaurakshak soothing a dying cow at Gandhidham | Praveen Jain | ThePrint
गांधीधाम पशु शिविर में मरती गाय को सहलाते ‘गौ रक्षक’ | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
A cow that succumbed to the lumpy cow disease being taken away for burial, as it's infected companion looks on at Gandhidham | Praveen Jain | ThePrint
गांधीधाम में बीमारी से मरी गाय और उसे देखते हुए दूसरी संक्रमित गाय | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Cattle killed by the lumpy skin disease being loaded in tractors for mass burial at Gandhidham | Praveen Jain | ThePrint
स्कीन की बीमारी से मारे गए मवेशियों को गांधीधाम में सामूहिक दफनाने के लिए ट्रैक्टरों पर लादते हुए | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
A potrait of hope -- perhaps there will be recovery | Praveen Jain | ThePrint
आशा की एक उम्मीद | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Ailing cattle on saline drips wait for treatment -- or death at Gandhidham's cattle camp | Praveen Jain | ThePrint
गांधीधाम के शिविर में बीमार मवेशियों के इलाज से वापस ठीक होने या मौत का इंतजार करते हुए | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Dog eating dead cow thrown by local administration at the Kandla Gandhidham, coastal line | Praveen Jain | ThePrint
प्रशासन द्वार कच्छ के कांडला गांधीधाम में फेंकी गई मरी हुई गाय को खाते हुए आवारा कुत्ता | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Dead bodies of cows succumbing to lumpy skin disease being dumped in a mass grave near Gandhi Dham | Praveen Jain | ThePrint
गांधीधाम के पास सामूहिक कब्र में फेंकी गई गायों की लाशें | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
A mass grave of infected cattle being covered with salt near Gandhidham | Praveen Jain | ThePrint
गांधीधाम के पास नमक से ढकी जा रही मवेशियों की सामूहिक कब्र | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Men passing through of the dead cow thrown by local administration at the Kandla Gandhidham, coastal line | Praveen Jain | ThePrint
एक शख्स द्वारा कांडला गांधीधाम में प्लॉट में फेंकी गई गायों के शव | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
A young boy swats away flies and mosquitoes at a cattle camp | Praveen Jain | ThePrint
मवेशी शिविर में एक बच्चा मक्खियों और मच्छरों को भगाते हुए | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
A calf and it's mother, both infected with lumpy skin disease, feeding on a jowar and jaggery mix | Praveen Jain | ThePrint
संक्रमित गाय और बछड़ा ज्वार और गुड़ खाते हुए | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Gaurakshaks carry a diseased cow to a more comfortable spot at Gandhidham | Praveen Jain | ThePrint
गौरक्षक बीमार गाय को गांधीधाम में इलाज के लिए दूसरी जगह ले जाते हुए | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Veterinarians attend to a dehydrated, infected cow with saline drip at Gandhidham | Praveen Jain | ThePrint
गांधीधाम में निर्जलित और संक्रमित गाय की देखभाल करते पशु चिकित्सक | प्रवीण जैन | दिप्रिंट

(इस फोटो गैलरी को अंग्रजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)


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