scorecardresearch
Saturday, 26 July, 2025
होमदेशब्रिटेन के साथ ‘ऐतिहासिक’ व्यापार समझौता भारत पर दुनिया के विश्वास को दर्शाता है: प्रधानमंत्री

ब्रिटेन के साथ ‘ऐतिहासिक’ व्यापार समझौता भारत पर दुनिया के विश्वास को दर्शाता है: प्रधानमंत्री

Text Size:

(फोटो के साथ)

तूतीकोरिन, 26 जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत और ब्रिटेन के बीच हाल में संपन्न मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को शनिवार को ‘ऐतिहासिक’ करार दिया और कहा कि यह व्यापार समझौता भारत पर दुनिया के विश्वास को दर्शाता है।

ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में उन्होंने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत निर्मित हथियारों ने सीमा पार सैन्य अभियान के दौरान दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने में बड़ी भूमिका निभाई और दुश्मनों की नींद उड़ा दी।

प्रधानमंत्री ने यहां 4,900 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण एवं शिलान्यास किया तथा तमिलनाडु के विकास के प्रति राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि वह अपने विदेश दौरे को पूरा करने के बाद सीधे तमिलनाडु में आकर धन्य हो गए हैं। इस दौरान मालदीव की उनकी यात्रा से पहले भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।

उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के साथ व्यापार समझौता ‘ऐतिहासिक’ है।

मोदी ने कहा, ‘‘भारत और ब्रिटेन ने एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह दुनिया के बढ़ते भरोसे और हमारे आत्मविश्वास को दर्शाता है। हम इसी आत्मविश्वास के साथ विकसित भारत और विकसित तमिलनाडु बनाएंगे।’’

पारंपरिक वेष्टी (धोती), कमीज और गले में अंगवस्त्रम पहने हुए मोदी ने कहा, ‘‘ब्रिटेन के साथ एफटीए हमारे विकसित भारत, विकसित तमिलनाडु के दृष्टिकोण को गति देता है।’’

मालदीव का अपना आधिकारिक दौरा समाप्त करने के बाद वह सीधे यहां पहुंचे।

उन्होंने कहा, ‘‘एफटीए के बाद, ब्रिटेन में बिकने वाले 99 प्रतिशत भारतीय उत्पादों पर कोई कर नहीं लगेगा। अगर भारतीय उत्पाद सस्ते होंगे, तो वहां मांग बढ़ेगी और इससे भारत में उत्पादन के अधिक अवसर पैदा होंगे। इस मुक्त व्यापार समझौते के कारण, तमिलनाडु के युवाओं, छोटे व्यवसायों, एमएसएमई और स्टार्टअप्स को बड़ा लाभ मिलेगा।’’

एक विकसित भारत और तमिलनाडु का वादा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘बुनियादी ढांचा और ऊर्जा किसी भी राज्य के विकास की रीढ़ हैं; पिछले 11 वर्षों में बुनियादी ढांचे और ऊर्जा पर हमारा ध्यान तमिलनाडु के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’’

मोदी ने कहा कि राजग सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में अटल सेतु, सोनमर्ग सुरंग, बोगीबील पुल का निर्माण किया है और इनसे रोजगार के हजारों अवसर पैदा हुए हैं।

रेलवे के संबंध में उन्होंने कहा कि यह औद्योगिक विकास की जीवन रेखा है।

ये परियोजनाएं तमिलनाडु में हवाई अड्डे, राजमार्गों, रेलवे, बंदरगाह और बिजली से संबंधित हैं। जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया उनमें एक नया अत्याधुनिक तूतीकोरिन हवाई अड्डा टर्मिनल भवन शामिल है, जिसे लगभग 450 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित किया गया है।

रेलवे परियोजनाओं के संबंध में, इसमें 90 किलोमीटर लंबी मदुरै-बोदिनायक्कनूर लाइन का विद्युतीकरण शामिल है, जिसे 99 करोड़ रुपये की लागत से चालू किया गया है।

लगभग 650 करोड़ रुपये की लागत से 21 किलोमीटर लंबे नागरकोइल टाउन-कन्नियाकुमारी खंड का दोहरीकरण, 283 करोड़ रुपये की लागत से अरलवायमोझी-नागरकोइल जंक्शन (12.87 किमी) और तिरुनेलवेली-मेलापलायम (3.6 किमी) खंड का दोहरीकरण अन्य परियोजनाएं हैं।

प्रधानमंत्री ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दो राजमार्ग परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-36 के 50 किलोमीटर लंबे सेठियाथोप-चोलापुरम खंड को 4 लेन का बनाना, जिसका निर्माण 2,350 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है, तथा एनएच-138 तूतीकोरिन पोर्ट रोड का 5.16 किलोमीटर लंबी छह लेन का बनाना, जिसका निर्माण लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है।

उन्होंने वी ओ चिदंबरनार बंदरगाह पर 285 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित 6.96 एमएमटीपीए क्षमता वाले नॉर्थ कार्गो बर्थ-तीन का उद्घाटन किया।

इस मौके पर, उन्होंने क्षेत्र के महान स्वतंत्रता सेनानियों – वीओ चिदंबरम पिल्लई, वीरपांडिया कट्टाबोम्मन और वीरन अझगू मुथुकोन का स्मरण किया।

तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। राज्य के वित्त मंत्री थंगम थेनारासु ने इस मौके पर प्रधानमंत्री को चेन्नई के प्रतिष्ठित वल्लुवर कोट्टम की प्रतिकृति, एक स्मृति चिह्न भेंट किया।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू, केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन, तमिलनाडु की समाज कल्याण मंत्री पी गीता जीवन, लोकसभा सदस्य कनिमोई और शीर्ष अधिकारियों ने इसमें हिस्सा लिया।

भाषा देवेंद्र रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments