नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण हुए भूस्खलन और मौसम संबंधी अन्य घटनाओं के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है. एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन को भूस्खलन स्थल पर एक और शव मिला है.नवीनतम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक, 6 लोग अभी भी लापता हैं.हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश लगातार जारी है, जिससे राज्य के पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान हो रहा है.
राज्य में 30 अलग-अलग स्थानों से अचानक बाढ़ और मौसम संबंधी अन्य घटनाओं की सूचना मिली है. मंडी, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, हमीरपुर और शिमला जिलों के सबसे अधिक प्रभावित होने के साथ कई घरों के क्षतिग्रस्त होने की भी खबरें हैं.
हिमाचल प्रदेश के मंडी क्षेत्र में भारी बारिश के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जिसके परिणामस्वरूप कई पर्यटक बाधाओं के कारण फंस गए.इसके अलावा,पठानकोट को हिमाचल प्रदेश से जोड़ने वाला चक्की रेलवे पुल भी ढह गया.
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और कहा कि महत्वपूर्ण स्थानों पर पर्याप्त संख्या में बचाव कर्मियों और मशीनरी को तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि अस्पतालों की ओर जाने वाले मुख्य मार्गों को प्राथमिकता के आधार पर बहाल किया जाएगा.
ट्वीट में उन्होंने कहा कि अधिकारियों को तत्काल राहत और बचाव कार्य के लिए कदम उठाने के लिए कहा गया है और राज्य सरकार केंद्र से राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए एक अतिरिक्त टीम भेजने का आग्रह करेगी.
उन्होंने सभी संबंधित विभागों को प्रभावी बचाव कार्यों के लिए उचित समन्वय बनाए रखने का भी निर्देश दिया.उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने जिलों में आवश्यकतानुसार स्कूल बंद करने के संबंध में निर्णय लें.
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पूरे हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. एएनआई से बात करते हुए, ‘आईएमडी राज्य के उप निदेशक, बुई लाल ने कहा कि राज्य में अगले पांच दिनों के दौरान मध्यम से भारी बारिश भी होगी.’
लाल ने कहा, ‘अगले 5 दिनों में मध्यम से भारी बारिश देखने को मिलेगी. पूरे राज्य के लिए अगले 12 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, बाकी दिनों के लिए 24 अगस्त तक येलो अलर्ट जारी किया गया है.’
लोगों को ऐसे मौसम में नदियों और नालों के पास न जाने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा, राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने 25 अगस्त तक भूस्खलन के लिए चेतावनी जारी की थी.