शिमला, 28 मई (भाषा) हिमाचल प्रदेश सरकार एचपीपीसीएल के मुख्य अभियंता विमल नेगी के परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है और मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच में हर स्तर पर सहयोग करेगी। राज्य के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को यह भरोसा दिया।
सिंह ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का स्पष्ट निर्णय लिया है तथा किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मंत्री ने कहा कि कोई भी कानून और सेवा नियमों से ऊपर नहीं है। उन्होंने मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से भी इस मामले में राजनीति नहीं करने को कहा।
हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के मुख्य अभियंता नेगी 10 मार्च को लापता हो गए थे और 18 मार्च को उनका शव रहस्यमय परिस्थितियों में बिलासपुर में मिला था। उनकी पत्नी ने आरोप लगाया कि नेगी के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनके पति को परेशान किया। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की।
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के निर्देश पर अब इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। अदालत के आदेश के बाद राज्य का सियासी पारा चढ़ गया है और भाजपा ने मामले को छुपाने का आरोप लगाया है।
सिंह ने कहा, ‘‘सरकार विमल नेगी की मौत की जांच सीबीआई से कराने के उच्च न्यायालय के फैसले को स्वीकार करती है और जहां भी जांच के लिए राज्य सरकार की सहायता की आवश्यकता होगी, वह (सरकार) सहयोग करेगी।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा ने सरकार के खिलाफ जल्दबाजी में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
सिंह ने कहा, ‘‘सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और भाजपा की न तो ‘अगर-मगर’ से, न ही उनकी साजिशों से कोई फर्क पड़ेगा।’’ उन्होंने भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए ‘बेवजह मुद्दा’ बनाने का आरोप लगाया।
मंत्री ने कहा कि विमल नेगी की मौत पर राजनीति करने का यह समय नहीं है।
भाषा धीरज सुरेश
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