मंडी/बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), 16 मई (भाषा) हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिले के खंगर गांव में बुधवार शाम को सतलुज नदी में अचानक आए उफान में फंस गए दो बच्चों को स्थानीय ग्रामीणों और एनटीपीसी की कोलडैम परियोजना के अधिकारियों की तत्परता से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार तीन बच्चे कृष (8), उसकी बहन मन्नत (10) और अनुज ठाकुर (12) बुधवार शाम नदी के किनारे खेल रहे थे, उसी दौरान यह घटना घटी।
उन्होंने बताया कि 800 मेगावाट उत्पादन क्षमता वाली कोलडैम परियोजना से बिजली के उत्पादन के उद्देश्य से सायरन बजाकर जल प्रवाह छोड़ा गया था, जिसके फलस्वरूप सतलुज नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया।
जैसे ही पानी का स्तर बढ़ने लगा, कृष और अनुज नदी में एक बड़े पत्थर पर बैठ गए, जबकि मन्नत पानी से बाहर आने में कामयाब रही।
मन्नत ने शोर मचाया और बड़ी संख्या में लोग नदी के दोनों ओर एकत्र हो गए।
घटना की जानकारी मिलने पर लोअर भटेड़ पंचायत की वार्ड सदस्य अंजना कुमारी भी घटनास्थल पर पहुंच गई और उन्होंने बांध अधिकारियों से संपर्क किया, जिन्होंने तुरंत बांध के गेट बंद कर दिए, ताकि पानी का बहाव कम हो सके।
जब पानी का स्तर कम हुआ तो निचली भटेड़ गांव निवासी राजेंद्र कुमार (55) रस्सियों के सहारे बच्चों के पास पहुंचे और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।
भाषा योगेश वैभव
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