तिरुवनंतपुरम, 26 मई (भाषा) केरल के उत्तरी जिलों में मूसलधार बारिश का कहर लगातार जारी है, जिससे कई क्षेत्रों में लोगों को राहत शिविरों और सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है।
खबरों के अनुसार, भारी वर्षा के कारण राज्य भर में बड़े पैमाने पर पेड़ उखड़ गए हैं, जिससे गांव, कस्बे और पहाड़ी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, जबकि कई जिलों में नदियों और जलाशयों का जलस्तर बढ़ने से वहां के निवासियों लिए खतरा पैदा हो गया है।
जिला अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि भारी बारिश जारी रहने के कारण वायनाड के सुल्तान बाथरी के पुजमकुनी गांव से कई आदिवासी परिवारों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
उन्होंने बताया कि बाथरी में राहत शिविर खोले गए हैं और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम भी जिले में तैनात है।
त्रिशूर जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण पेड़ों के व्यापक रूप से उखड़ जाने से खतरा बढ़ गया और विभिन्न स्थानों पर यातायात बाधित हो गया, जिससे दमकल कर्मचारियों और पुलिस को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
सूत्रों ने बताया कि त्रिशूर-गुरुवायूर रेल मार्ग पर एक पेड़ उखड़कर गिर गया है और उसे हटाने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने बताया कि तेज हवाओं और लगातार बारिश के कारण अट्टापडी और नेल्लियामपथी क्षेत्रों सहित पलक्कड़ जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
सूत्रों ने बताया कि कोझिकोड जिले में रविवार से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण वहां से (कोझिकोड से) कई लोगों को पड़ोसी कोझिकोड जिले के राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
कोझिकोड जिला प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से सतर्क रहने का आग्रह किया है, क्योंकि पूनूर पुझा का जलस्तर कोलिकल में खतरे के स्तर से ऊपर और कुन्नमंगलम में चेतावनी स्तर से ऊपर पहुंच गया है।
केरल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने कोरापुझा (कोझिकोड), मणिमाला नदी (पथनमथिट्टा), वामनपुरम (तिरुवनंतपुरम) और काबिनी नदी (वायनाड) के तट पर रहने वाले लोगों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने का आग्रह किया है, क्योंकि क्षेत्र में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।
केएसडीएमए सूत्रों ने बताया कि रडार से ली गई ताजा तस्वीरों के अनुसार, इडुक्की, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड और कन्नूर जिलों में मध्यम से तीव्र वर्षा और 60 किमी/घंटा की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ घंटों में कोल्लम, अलपुझा और कासरगोड जिलों में मध्यम बारिश और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है, साथ ही, भूस्खलन की घटनाएं भी हो सकती हैं।
इस बीच, सरकारी सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं के बीच मंगलवार को कोच्चि में होने वाली बातचीत राज्य में बारिश की स्थिति के कारण स्थगित कर दी गई है।
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