शिमला/देहरादून/चंडीगढ़: उत्तर भारत में लगातार हो रही भारी बारिश से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के कई जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ है. प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर चला रहा है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने शिमला में बताया कि राज्य में लगातार बारिश से जीवन और संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है.
उन्होंने कहा, “शिमला में चार लोगों की मौत हो चुकी है, सिरमौर के राजगढ़ में भी कुछ हताहतों की खबर है और हमीरपुर में भी काफी नुकसान हुआ है.”
सीएम ने बताया कि सड़कें, पेयजल योजनाएं, सिंचाई परियोजनाएं, विद्युत आपूर्ति, स्कूल और सरकारी संस्थान प्रभावित हुए हैं. चंबा जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी व्यक्तिगत रूप से राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. भारी मशीनरी और भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों का उपयोग कर सड़कों को खोला जा रहा है और फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूरे राज्य में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. देहरी के घनसाली में क्लाउडबर्स्ट से काफी नुकसान हुआ है. धामी ने बताया कि राहत शिविरों में प्रभावित लोगों को भोजन, दवाइयां, कपड़े और बच्चों के लिए दूध उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने अधिकारियों को सभी आवश्यक कदम उठाने और विशेष सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं.
पंजाब में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को तेज करने के लिए भाजपा पंजाब ने जिला प्रभारी नियुक्त किए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश को कपूरथला, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक को तरनतारन, सुरजित कुमार ज्यानि को फाजिल्का, दिनेश बब्बू को पठानकोट और अन्य नेताओं को अलग-अलग जिलों में राहत संचालन की जिम्मेदारी दी गई है. भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों और ड्रोन के जरिए फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया जा रहा है और आवश्यक सामग्री वितरित की जा रही है.
हिमाचल और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों ने जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सतर्क रहें. उन्होंने अधिकारियों और राहत एजेंसियों से लगातार संपर्क बनाए रखने का निर्देश दिया है. भाजपा नेताओं ने भी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जनता की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने का भरोसा दिया है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखू ने विपक्षी दलों पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि इस कठिन समय में सभी को मिलकर पीड़ितों की मदद करनी चाहिए. उन्होंने पूर्व सीएम शांता कुमार की 20,000 करोड़ रुपये की विशेष राहत पैकेज की मांग की सराहना की और केंद्र से विशेष पैकेज की पहल करने का संकेत दिया.
राज्य सरकारें और पार्टी संगठन राहत कार्यों में जुटे हैं, ताकि भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित नागरिकों को शीघ्र और प्रभावी सहायता मिल सके.
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