(तस्वीरों के साथ)
तिरुवनंतपुरम, 29 मई (भाषा) केरल में मानसून के दस्तक देने के बाद मूसलाधार बारिश हो रही है जिसकी वजह से व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ है। वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को राज्य के आठ जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
आईएमडी ने पत्तनमथिट्टा, कोट्टायम, एर्णाकुलम, इडुक्की, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में बृहस्पतिवार के लिए ‘रेड अलर्ट’ तथा शेष जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।
इसके अलावा तीन जिलों – इडुक्की, कन्नूर और कासरगोड – के लिए शुक्रवार के लिए भी ‘रेड अलर्ट’ तथा शेष 11 जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है।
‘रेड अलर्ट’ का अभिप्राय है कि 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से अधिक एवं मूसलाधार बारिश हो सकती है जबकि ‘ऑरेंज अलर्ट’ का अर्थ है कि उक्त क्षेत्र में 24 घंटे की अवधि में 11 से 20 सेमी तक वर्षा हो सकती है। ‘येलो अलर्ट’ का अभिप्राय है कि अधिसूचित क्षेत्र में छह से 11 सेमी बारिश हो सकती है।
आईएमडी ने इससे पहले कहा था कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने मजबूत निम्न दबाव के कारण राज्य के कुछ इलाकों में अगले कुछ दिन तक मूसलाधार बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि राज्य के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश होने और 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने कहा कि भारी बारिश के कारण राज्य की विभिन्न नदियों – पत्तनमथिट्टा में मणिमाला और अचनकोविल, कोट्टायम में मीनाचिल, कोझिकोड में कोरापुझा और वायनाड जिले में कबानी – में जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।
केएसडीएमए ने तटों के करीब रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
राज्य में मानसून के मौसम में हुई भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण व्यापक नुकसान हुआ है। कई पेड़ और खंभे उखड़ गए हैं जिसकी वजह से बिजली आपूर्ति बाधित हुई है और निचले इलाकों में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
खबरों के अनुसार, राज्य भर में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और तेज हवाओं से कई हिस्सों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
वायनाड जिले सहित राज्य के कई हिस्सों में सैकड़ों लोगों को राहत शिविरों में ठहराया गया है।
राज्य में मानसून ने निर्धारित समय से आठ दिन पहले 24 मई को दस्तक दी थी।
भाषा धीरज मनीषा
मनीषा
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