नयी दिल्ली, 10 मार्च (भाषा) उच्चतम न्यायालय ने कोविड-19 रोधी टीकों के क्लिनिकल परीक्षण और टीका लगाने के बाद के मामलों से जुड़े आंकड़े सार्वजनिक करने संबंधी निर्देश देने का अनुरोध करने वाली याचिका पर सुनवाई 15 मार्च तक के लिए टाल दी है।
पीठ को सूचित किया गया कि आज सुबह सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता स्वास्थ्य संबंधी समस्या के कारण आज दलील पेश करने के लिए उपलब्ध नहीं है, इसे ध्यान में रखते हुए न्यायालय ने सुनवाई आगे बढ़ा दी।
न्यायमूर्ति एल. एन. राव और न्यायमूर्ति बी. आर. गवई की पीठ को केन्द्र की ओर से पेश अवर सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्य भाटी ने बताया कि इस मामले में शुरुआत से केन्द्र सरकार की पैरवी कर रहे सॉलिसिटर जनरल दलीलें पेश करने के लिए तैयार थे, लेकिन आज सुबह वह बाथरूम में फिसल गए।
भाटी ने पीठ को बताया, ‘‘शुरू करने से मैं आपको सूचित करना चाहती हूं कि इस मामले में शुरुआत से सॉलिसिटर हमारी पैरवी कर रहे थे और कल शाम छह घंटे की बैठक के बाद हम सभी तैयार थे। दुर्भाग्यवश, स्वास्थ्य संबंधी समस्या आ गयी है। आज सुबह वह बाथरूम में गिर गए।’’
इसपर पीठ ने पूछा, ‘‘वह (मेहता) कैसे हैं।’’ भाटी ने पीठ को बताया कि वह अस्पताल में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अच्छी बात है कि उन्हें गंभीर चोट नहीं आयी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर अदालत स्वीकार कर सकती है तो, हम चाहेंगे कि वह हमारी पैरवी करें। लेकिन मैं तैयार हूं और मैं यहां उपस्थित हूं।’’
पीठ ने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी समस्या के मद्देनजर वह 15 मार्च को मामले की सुनवाई करेगी।
न्यायमूर्ति राव ने कहा, ‘‘हम 15 मार्च, मंगलवार को सुनवाई करेंगे। मेडिकल आपात स्थिति है। मैं आशा करता हूं कि वह ठीक है, वरना आप इसे आगे बढ़ा सकती हैं।’’ पीठ ने कहा कि वह भाटी का अनुरोध स्वीकार करती है।
भाषा अर्पणा उमा
उमा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.