लखनऊ, नौ मार्च (भाषा) समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से चुनावी नतीजों में हेराफेरी करने के सत्तारूढ़ दल के सभी षड्यंत्रों को विफल करने का आह्वान किया और भाजपा पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया।
कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए सपा अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘‘मतगणना केन्द्रों को ‘लोकतंत्र का तीर्थ’ समझकर वहाँ जाएं, डटे रहें और सत्तापक्ष द्वारा चुनाव परिणाम में हेराफेरी की हर साज़िश को असंभव बना दें! सपा-गठबंधन की जीत हो रही है, तभी तो भाजपाई धांधली की कोशिश कर रहे हैं।”
इससे पहले मीडिया पर तंज कसते हुए अखिलेश ने ट्वीट किया था, ‘‘लिख रहा हूँ ये सोचकर कि शायद जागेगा ज़मीर, बेख़बर से हो गये हैं न जाने क्यों कुछ ख़बरनवीस।”
सपा द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक बयान के अनुसार, अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जनआकांक्षा और सत्तालोलुपता के बीच जंग में 10 मार्च, 2022 का दिन निर्णायक सिद्ध होगा। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के झूठे वादों, बढ़ती महंगाई एवं भ्रष्टाचार से क्षुब्ध मतदाताओं ने विधानसभा चुनाव के सभी 7 चरणों के मतदान में जमकर समाजवादी पार्टी और गठबंधन दलों के पक्ष में वोट डाला है और भाजपा के खिलाफ जनादेश दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को यह अहसास हो गया है कि जनता ने उसको सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया है इसीलिए वह साजिशों का सहारा ले रही है।
यादव ने कहा, ‘‘भाजपा झूठ, फरेब और छलछद्म की राजनीति करने से बाज आने वाली नहीं है। मतदान के दौरान उसने अपने विरोधियों के साथ दुर्व्यवहार किया। बड़ी संख्या में लोग मतदान से वंचित रहे। ईवीएम बहुत जगह टीन का खाली डब्बा बनकर रह गई। अब अपनी खीझ मिटाने के लिए भाजपा नेता अफवाहबाजी के साथ वोटों की हेराफेरी के दुष्प्रयास में जुट गए हैं। जनता में भ्रम फैलाने के लिए एक्जिट पोल का सहारा लिया गया है, जिसकी जनता ने पोल खोल दी है।’’
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा द्वारा समाजवादी साथियों का मनोबल तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन इसका कोई असर नहीं होगा क्योंकि जनता ने यह माना है कि विधानसभा चुनाव 2022 में लोकतंत्र और संविधान की प्रतिष्ठा बचाना उनका नैतिक धर्म है।
उन्होंने कहा कि राज्य कर्मचारियों सहित बेरोजगारी से पीड़ित नौजवानों और भाजपा की कुनीतियों से त्रस्त किसानों, गरीबों ने उसकी कारगुजारियों को उजागर कर उसे सबक सिखाने का काम किया है। उन्होंने दावा किया कि जनता ने समाजवादी गठबंधन (सपा और रालोद) को हृदय से अपना शुभचिंतक माना है।
भाषा जफर अर्पणा
अर्पणा
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