यमुनानगर (हरियाणा), एक सितंबर (भाषा) पिछले कुछ दिनों से जारी लगातार बारिश के कारण सोमवार को यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिसके बाद अधिकारियों ने हथिनीकुंड बैराज के द्वार खोल दिए।
सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यमुनानगर जिले के हथिनीकुंड बैराज में यमुना नदी में पानी का प्रवाह बढ़कर 3.29 लाख क्यूसेक हो गया, जो इस मानसून के मौसम में दर्ज किया गया अब तक का सबसे अधिक जल प्रवाह है।
सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता विजय गर्ग ने बताया कि 2.5 लाख क्यूसेक से अधिक प्रवाह को ‘‘उच्च बाढ़’’ की श्रेणी में रखा जाता है।
बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर लगभग 48 घंटे लगते हैं। अधिकारियों ने बताया कि अलर्ट जारी कर दिया गया है और यमुनानगर जिले तथा कुछ अन्य जिलों में यमुना के किनारे बसे गांवों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
हरियाणा में सोमवार को पंचकूला, यमुनानगर और अंबाला सहित कई जगहों पर भारी बारिश हुई।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को कहा था कि उनकी सरकार बाढ़ की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सतर्क और तैयार है।
सैनी ने शुक्रवार को राज्य के सभी उपायुक्तों को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में नदियों से सटे इलाकों की निगरानी करने का निर्देश दिया था। उन्हें नदी किनारे बसे गांवों, बस्तियों और कॉलोनियों के लिए पहले से एक ठोस कार्य योजना तैयार करने को कहा गया था।
पड़ोसी राज्य पंजाब के कई जिले भी बाढ़ की चपेट में हैं क्योंकि हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में उनके डूब वाले क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद सतलुज, व्यास और रावी नदियां और बरसाती छोटी नदियां उफान पर हैं।
भाषा सुरभि वैभव
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