नई दिल्ली: हरियाणा टूरिज्म विभाग ने कर्मचारियों के पिछले तीन महीने के वेतन से जुड़ा एक ऑर्डर हाल ही में जारी किया है. इस ऑर्डर के बाद मई, जून और जुलाई के वेतन का इंतजार कर रहे करीब एक हजार कर्मचारियों के सामने कई तरह की चिंताएं आ खड़ी हुई हैं.
दरअसल 14 अगस्त को टूरिज्म विभाग के चीफ अकाउंट्स ऑफिसर द्वारा जारी किए इस ऑर्डर में कहा गया है कि डीडीओ (ड्राइंग एंड डिसबर्सिंग ऑफिसर्स) व काउंटर इन्चार्ज अपनी 50 फीसदी सैलरी खुद ही जनरेट करे.
इसके पीछे का कारण बताते हुए ऑर्डर में लिखा गया है कि कोरोना महामारी से पैदा हुए आर्थिक संकट की वजह से विभाग इन कर्मचारियों को पूरा वेतन देने में असमर्थ है.
इसके बाद हरियाणा टूरिज़्म कर्मचारी संघ के चेयरमैन ने विभाग के इस ऑर्डर के खिलाफ कड़ा ऐतराज जताया है.
कर्मचारी संघ के चेयरमैन सुरेश नोहरा ने दिप्रिंट को बताया, ‘इस ऑर्डर की वजह से कम से कम प्रदेश के एक हजार कर्मचारी प्रभावित हैं. पिछले तीन महीनों की पगार तो मिली ही नहीं है. इस महीने की भी 19 तारीख हो गई है.’
वो आगे कहते हैं, ‘ये ऑर्डर काउंटर इन्चार्ज और डीडीओ के लिए निकाला गया है. लेकिन ये दोनों ही कर्मचारी वेतन जनरेट तो तब कर पाएंगे जब लोग रेस्त्रां, बार या फिर रूम बुक कराएंगे. ऐसे वक्त में जब लोग घर से बाहर खाने के लिए निकल ही नहीं रहे हैं तो हम अपनी पगार कमर्शियल तरीके से जनरेट कर ही नहीं सकते.’
उन्होंने कहा, ‘इससे पहले सरकार के निर्देश पर हमने डॉक्टरों और पैरा मेडिकल ऑफिशियल्स के लिए अपनी सेवाएं फ्री में मुहैया कराई थीं.’
हालांकि ऑर्डर जारी करने को लेकर टूरिज़्म विभाग के एमडी विकास यादव ने इस मसले पर दिप्रिंट को टेलिफॉनिक बातचीत में कहा, ‘हमारा विभाग अपना रिवेन्यू खुद जनरेट करता है. सैलरी वाला मसला टैम्परेरी है. जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तो हम खुद सैलरी देंगे.’
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प्रदेश भर में प्रदर्शन की योजना
राज्य में हरियाणा टूरिज़्म के कम से कम 44 टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स हैं.
हालांकि, ऑर्डर में आश्वासन दिया गया है कि मई, जून और जुलाई महीने की सैलरी कुछ श्रेणी के कर्मचारियों को 100 फीसदी तक दी जाएगी. इन कर्मचारियों की लिस्ट में माली, कॉन्ट्रेक्चुअल स्टाफ, स्विपर, एक टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स से दूसरे कॉम्प्लेक्स में ट्रांसफर किए गए लोग और आउटसोर्स्ड कर्मचारी शामिल हैं.
विभाग के इस फैसले के बाद नोहरा कहते हैं कि प्रदेश भर में धरना किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए ऑल हरियाणा पावर कॉरपोरेशन वर्कर्स यूनियन ने भी मांग उठाई है. कल रोहतक में भी प्रदर्शन किया जाएगा.’
बल्लभगढ़ में पोस्टेड एक कर्मचारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया, ‘अप्रैल की शुरुआत में जब हमें कहा गया कि कोविड वॉरियर्स की सेवा करो तो हमने दिन रात मेहनत की. अपनी सेहत का भी खयाल नहीं रखा.’
उन्होंने कहा, ‘हमारे कई साथी भी कोविड पॉजिटिव पाए गए. लेकिन मैं तो वेटर हूं. मेरी सैलरी को लेकर भी विभाग ने कुछ स्पष्ट नहीं किया है. पिछले तीन महीने से बच्चों की फीस भी कर्ज लेकर भर रहा हूं. एक तरह की अनिश्चितता सी पैदा हो गई है.’
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