नई दिल्ली: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोरोना संक्रमित हो गए हैं और वह फिलहाल सिविल अस्पताल अंबाला कैंट में भर्ती हैं.
बड़ी बात यह है कि अनिल विज ने 15 दिन पहले 20 नवंबर को ही वैक्सीन परीक्षण में वालंटियर के तौर पर कोवैक्सीन का टीका लगवाया था. कोवैक्सीन भारत बायोटेक और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की मदद से तैयार की जा रही स्वदेशी वैक्सीन है.
विज ने कोवैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण की शुरुआत में ही वॉलेंटियर के तौर पर यह टीका लगवाया था और कोविड संक्रमित होने की जानकारी खुद अनिल विज ने ट्वीट कर दी है.
I have been tested Corona positive. I am admitted in Civil Hospital Ambala Cantt. All those who have come in close contact to me are advised to get themselves tested for corona.
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) December 5, 2020
पिछले दिनों कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एला ने बताया था कि भारत बायोटेक दुनिया की एकमात्र टीका कंपनी है जिसके पास जैव सुरक्षा स्तर-3 (बीएसएल3) उत्पादन सुविधा है.
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पिछले महीने कंपनी ने कहा था कि उसने पहले और दूसरे चरण के परीक्षण का अंतरिम विश्लेषण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और वह 26,000 भागीदारों पर तीसरे चरण का परीक्षण शुरू करने जा रही है.
उनकी कंपनी नाक द्वारा ड्रॉप के रूप में डाली जाने वाली दवा के लिए भी काम कर रही है. जो अगले साल तक तैयार हो जाएगी.
देश मे फिलहाल आठ कोरोनावैक्सीन पर काम चल रहा है. जिसमें भारत बायोटेक, अहमदाबाद में जायडस और पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट में बन रही वैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल में पहुंच चुकी है.
वैक्सीन की प्रोग्रेस को देखने और वैज्ञानिकों से मिलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले शनिवार को अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे का दौरा भी किया था. साथ ही पीएम ने शुक्रवार 4 दिसंबर को एक सर्वदलीय बैठक में भी बस कोरोना वैक्सीन के लिए थोड़ा ही इंतजार करने की बात कही थी औैर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वैक्सीन के वितरण और दरों को लेकर सलाह भी मांगी थी.
दुनिया भर में कोरोड़ों लोगों को अपने संक्रमण का शिकार बना चुके कोविड की रोकथाम को लेकर वैक्सीन पर काम चल रहा है. 2 दिसंबर को ब्रिटेन ने भी फाइजर बायोएनटेक की वैक्सीन को हरी झंडी दी है और दावा किया है कि यह वैक्सीन कोविड-19 से 95 फीसदी तक सुरक्षा देती है. और इस सुरक्षा के प्रतिशत के साथ इसे लोगों पर इस्तेमाल की अनुमति दी जा सकती है.
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