कुरुक्षेत्र, 15 नवंबर (भाषा) हरियाणा के राज्यपाल असीम कुमार घोष ने शनिवार को यहां सरस एवं शिल्प मेले का उद्घाटन किया और इस तरह अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 की भी शुरुआत हुई।
सरस एवं शिल्प मेले में देश भर के कलाकारों और शिल्पकारों ने अपने-अपने राज्यों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया।
परंपरा के अनुरूप, राज्यपाल ने मेले की शुरुआत के अवसर पर ब्रह्मसरोवर के तट पर दीप प्रज्वलित किया। उन्होंने विभिन्न स्टॉल का दौरा करने से पहले भगवद् गीता की एक प्रति पर पुष्प अर्पित किए।
घोष ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 15 नवंबर से पांच दिसंबर तक चलेगा, जबकि मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से एक दिसंबर तक होंगे।
इस महोत्सव के मुख्य आकर्षणों में संत सम्मेलन, दीपोत्सव, गीता संगोष्ठी और वैश्विक गीता पाठ शामिल होंगे, जिसका उद्देश्य युवा पीढ़ी को प्रेरित करना और भारत की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत से गहरा जुड़ाव प्रदान करना है।
सभा को संबोधित करते हुए, घोष ने भगवान कृष्ण की शिक्षाओं की चिरस्थायी प्रासंगिकता पर बात की।
उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने हजारों साल पहले अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था, जो आज भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना उस समय था।
भाषा शफीक नेत्रपाल राजकुमार
राजकुमार
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