नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) अलग अलग पोंजी योजनाओं के जरिए निवेशकों से कथित तौर पर ठगी से जुड़े धन शोधन के मामले में गिरफ्तार सॉफ्टवेयर इंजीनियर को हरियाणा की एक विशेष अदालत ने शुक्रवार को पांच दिन की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया।
एजेंसी ने एक बयान में बताया कि ईडी ने प्रंजिल बत्रा को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया था। ईडी हिसार स्थित कंपनी ‘फ्यूचर मेकर्स लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड’ के खिलाफ जांच कर रही है।
ईडी का आरोप है कि कंपनी के सॉफ्टवेयर संबंधी काम का जिम्मा संभालने वाले बत्रा ने फर्जी पहचान पत्रों और अपने परिवार के सदस्यों, करीबी सहयोगियों और फर्जी कंपनियों के बैंक खातों का इस्तेमाल कर फ्यूचर मेकर्स ग्रुप के खातों से 50 करोड़ रुपये का ‘गबन’ किया है।
बयान के मुताबिक, उसने अपराध के जरिए हासिल धन का इस्तेमाल संपत्ति व जेवरात खरीदने के साथ-साथ उच्च मूल्य वाली फर्जी कंपनियों के शेयर खरीदने के लिए किया। ईडी के अनुसार, अपराध से हासिल पैसे से खरीदी गई संपत्तियों को उसने अपने नियंत्रण वाली कंपनियों को बेच दिया।
बयान में बताया गया है कि उसे शुक्रवार को विशेष धन शोधन रोकथाम अदालत में पेश किया गया था जहां से उसे पांच दिन की ईडी की हिरासत में भेज दिया।
समूह के खिलाफ हरियाणा और तेलंगाना में दर्ज कई प्राथमिकियों का अध्ययन करने के बाद संघीय जांच एजेंसी ने धनशोधन का मामला दर्ज किया है।
भाषा
नोमान पवनेश
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