नई दिल्ली: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को नूंह जिले का दौरा किया और यहां के सभी समुदायों के नेताओं और धार्मिक गुरुओं के साथ बैठक की.
इस बैठक में तीन मुख्य बातें निकल कर सामने आईं- मुख्यमंत्री ने मेवात में गोकशी के मामलों का संज्ञान लेते हुए कहा कि ऐसे मामलों को अब सीधे फास्ट ट्रैक कोर्ट भेजा जाएगा. साथ ही धर्म परिवर्तन के मामलों पर भी सीएम ने एक नया एक्ट बनाने का आश्वासन दिया है. फिलहाल इस एक्ट को कोई नाम नहीं दिया गया है लेकिन जल्द ही इस दिशा में काम शुरू होने की बात कही गई है. तीसरा मुख्य मुद्दा हिंदुओं और मुस्लिमों को प्रॉपर्टी को लेकर बना हुआ था. जिसको लेकर कहा गया है कि हिंदुओं के श्मशान घाट और मंदिरों की खाली बड़ी जमीनों की देखरेख के लिए एक धर्मार्थ नाम का बोर्ड स्थापित किया जाएगा.
ग़ौरतलब है कि पिछले महीने से विश्व हिंदू परिषद लगातार मेवात में हिंदुओं के अत्याचार का मामला उठा रहा था. मुस्लिम बाहुल्य मेवात जिले से हिंदुओं के पलायन की खबरें भी प्रकाशित हुईं.
इससे पहले भी वहां लगातार अमन कमेटी और सद्भावना कमेटी अपनी बैठक बुलाकर इस मसले को लेकर चर्चा कर रही हैं.
मुख्यमंत्री ने स्वीकारी तीन मांगें
एडिशनल डिप्टी कमीश्नर श्री विक्रम ने दिप्रिंट को बताया, ‘मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने तीन मीटिंग्स ली थीं. एक मीटिंग मुस्लिम समुदाय के नेताओं के साथ, दूसरी हिंदू समुदाय के नेताओं के साथ और तीसरी मीटिंग सरकारी अधिकारियों के साथ. इन मीटिंग्स में नेताओं द्वारा धर्म परिवर्तन, प्रॉपर्टी के मामले और गोकशी के मामालों पर बात रखी गई थी.’
मीटिंग के बारे में आगे बताते हुए विक्रम कहते हैं, ‘सरकार ने नेताओं को तीन मुद्दों पर आश्वासन दिया है. धर्म परिवर्तन के मामलों को लेकर हरियाणा सरकार के एक नया एक्ट बनाने की बात कही है. अभी इस एक्ट को कोई नाम तो नहीं दिया गया है. साथ ही मुस्लिमों की जमीनों के लिए वक्फ बोर्ड है तो ऐसे में हिंदुओं के श्मशान घाट और मंदिरों की जमीनों को लेकर धर्मार्थ बोर्ड की स्थापना की बात का आश्वासन दिया है. गोकशी के मामलों के लिए मुख्यमंत्री ने कहा है कि ऐसे केसों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जाएगा.’
गौकशी की घटनाओं को रोकने हेतु फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई,धर्म परिवर्तन को रोकने हेतु धर्म स्वतंत्रता अधिकार विधेयक सहित अल्पसंख्यक हिंदू क्षेत्र की धार्मिक संपदाओं की देखरेख के लिए धर्मादा बोर्ड का गठन किया जाएगा।
आज नूंह में लघु सचिवालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। pic.twitter.com/9I2BewZQ2k
— Manohar Lal (@mlkhattar) June 16, 2020
गौरतलब है कि एडिश्नल डीसी विक्रम भी इसी मीटिंग का हिस्सा थे.
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विश्व हिंदू परिषद मुख्यमंत्री के दौरे से संतुष्ट
विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र जैन ने दिप्रिंट से कहा, ‘सरकार के सामने हमने अपनी फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट भेजी थी जिसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नूंह जिले का दौरा किया और हमारी मांगों को स्वीकार किया. हिंदुओं की संपत्ति, धर्म परिवर्तन और गौरक्षा के लिए सरकार की तरफ से आश्वासन मिला है.’
गौरतलब है कि 14 मई 2020 को विश्व हिंदू परिषद ने तीन सदस्यों की एक हाई लेवल इन्क्वायरी कमेटी का गठन किया था जिसका उद्देश्य मेवात में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचारों को उजागर करना था. इसके सदस्यों में जनरल जीडी बख्शी, एडवोकेट चंद्रकांत शर्मा और महामंडलेश्वर धर्मदेव शामिल थे. अपनी इस रिपोर्ट में विश्व हिंदू परिषद ने पांच मांगें रखी थीं. ये मांगे क्रमश: थीं- इलाके में सारे ईमानदार और मेहनती पुलिसकर्मी लाए जाएं, जिन इलाकों में हिंदुओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं वहां एसएचओ को सीधे जिम्मेदार ठहराया जाए, मदरसों में हो रही एंटी नेशनल हरकतों की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एंजेसी द्वारा की जाए, पुलिस के ऊपर से खोए जा चुके विश्वास के चलते यहां पैरामिलिट्री फोर्स को लगाया जाए और जिन हिंदुओं की जमीनों को गैरकानूनी तरीके से कब्जाई गया है उनकी जांच हो.
मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar ने आज नूंह में लघु सचिवालय सभागार में जिला अधिकारियों, विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी को सदियों से चले आ रहे भाईचारे को मजबूत बनाते हुए सामाजिक सद्भाव को निरंतर बनाए रखना है। pic.twitter.com/hy5OTXreX6
— CMO Haryana (@cmohry) June 16, 2020
हिंदुओं के पलायन की खबरों पर क्या बोले अधिकारी?
हाल ही में आई हिंदुओं के पलायन की खबरों को लेकर फिरोजपुर झिरका के अखानका गांव के सरपंच राकेश दिप्रिंट को टेलिफॉनिक बातचीत में बताते हैं, ‘इन खबरों का कोई आधार नहीं है. कुछ राजनीतिक लोग इसे फैला रहे हैं. हमारे इलाके से इस तरह का कोई पलायन नहीं हुआ है.’
नूंह के डिप्टी कमिश्नर पंकज ने दिप्रिंट को बताया कि इस तरह की खबरें फेक हैं. मेवात से हिंदुओं का पलायन नहीं हुआ है. पंकज भी इस बात की तस्दीक करते हुए कहते हैं, ‘फिलहाल इस तरह का कोई आंकड़ा भी नहीं है जो इस बात को स्थापित करे कि हिंदुओं का पलायन हुआ है. हां, रोजगार के लिए बड़े शहरों की तरफ लोग जाते हैं लेकिन उसमें धर्म का कोई एंगल नहीं होता है.’
विश्व हिंदू परिषद के स्थानीय कार्यकर्ता श्याम बताते हैं कि पिछले दिनों पुन्हाना में एक संघ कार्यकर्ता प्रकाश चंद्र के साथ हुई घटना के बाद से ये मामले हाइलाइट हुए हैं. इस मामले में एफआईआर भी हुई है. श्याम के मुताबिक ये मामला चोटी रखने को लेकर शुरू हुआ लेकिन प्रशासन ने इसमें किसी भी तरह का धार्मिक एंगल होने की बात से मना किया है और इसे लॉ एंड ऑर्डर का मामला बताया है.
सेल्फी विद डॉटर की ब्रांड अंबेसडर बेटियां करेंगी जनता से अपील
मेवात को लेकर आई इन खबरों के मद्दनेनजर सेल्फी विद डॉटर की मेवात की पांच ब्रांड अंबेसडर बेटियां प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी. इसकी जानकारी देते हुए सेल्फी विद डॉटर के संस्थापक सुनील जागलान ने दिप्रिंट को बताया, ‘हम चाहते हैं कि वो बेटियां लोगों को धर्मों में ना बांटकर मेवात के विकास की बात करें. क्योंकि पांचों लड़कियों ने घर-घर जाकर पढ़ाई को लेकर जागरूकता अभियान चलाया है तो ये प्रेस कॉन्फ्रेंस करके लोगों तक सही मैसेज भी पहुंचाया जा सकता है.’