नयी दिल्ली, 17 फरवरी (भाषा) यमुना नदी के पानी में से राजस्थान को उसका हिस्सा देने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के वास्ते हरियाणा और राजस्थान ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है।
योजना के तहत हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से भूमिगत पाइप के जरिये पानी पहुंचाया जाना है जिसका इस्तेमाल झुंझुनू और चूरू जैसे इलाकों में किया जाएगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के बीच शनिवार को एक बैठक के बाद समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने की।
शेखावत ने इस बात पर जोर दिया कि लंबे समय से चले आ रहे इस मुद्दे के समाधान से राजस्थान, विशेषकर चूरू, सीकर और झुंझुनू जिलों की पेयजल जरूरतों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाओं के कार्यान्वयन का मार्ग प्रशस्त होगा।
उन्होंने बताया कि विचार-विमर्श के बाद, भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने के लिए हरियाणा और राजस्थान सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने पर सहमति बनी।
राज्य सरकारें हरियाणा द्वारा पश्चिमी यमुना नहर की पूरी क्षमता (24,000 क्यूसेक) के उपयोग के बाद पहले चरण में चूरू, सीकर, झुंझुनू और राजस्थान के अन्य जिलों के लिए पेयजल आपूर्ति और अन्य आवश्यकताओं के लिए जुलाई-अक्टूबर के दौरान भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से राजस्थान तक 577 एमसीएम तक पानी पहुंचाने के लिए पहले चरण के तहत डीपीआर तैयार करेंगी और इसे अंतिम रूप देंगी।
समझौता ज्ञापन के मुताबिक दोनों राज्य चार महीने की अवधि के भीतर डीपीआर को तैयार करने और इसे अंतिम रूप देने में सहयोग करेंगे।
भाषा
धीरज संतोष
संतोष
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