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Sunday, 3 November, 2024
होमदेशहरियाणा में हनुमान का किरदार निभा रहे व्यक्ति की बीच नाटक में ‘राम के चरणों में मौत’

हरियाणा में हनुमान का किरदार निभा रहे व्यक्ति की बीच नाटक में ‘राम के चरणों में मौत’

63 वर्षीय हरीश मेहता राम का किरदार निभा रहे बच्चे के पैरों पर गिर पड़े और दर्शक खुशी से झूम उठे और धार्मिक नारे लगाने लगे. लेकिन बाद में जब उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया तो दिल दौरा पड़ने के कारण उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

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गुरुग्राम: सोमवार को जब अयोध्या में राम लला की मूर्ती की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह चल रहा था, तब हरियाणा के भिवानी शहर में महाकाव्य रामायण के एक मंचन में हनुमान का किरदार निभा रहे एक 63 वर्षीय अभिनेता की मौत हो गई. मंचन के दौरान भगवान राम की भूमिका निभा रहे बच्चे के चरणों में उन्हें बेजान पाया गया.

दर्शक इसे अभिनय का हिस्सा मानकर तालियां बजाने लगे. लेकिन अभिनेता, जिनकी पहचान उनके समूह द्वारा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के सेवानिवृत्त जूनियर इंजीनियर हरीश मेहता के रूप में की गई थी, को बाद में एक निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मृत घोषित कर दिया गया.

न्यू वासकीनाथ कला मंच के अध्यक्ष संजय पंवार ने कहा, जिन्होंने नाटक का आयोजन किया था, “वह (मेहता) पिछले 25 वर्षों से हमारे क्लब में हनुमान की भूमिका निभा रहे थे. वह इतने बड़े भक्त थे कि जिस दिन वह रामलीलाओं में हनुमान का किरदार निभाते थे, उस दिन यम नियम का पालन करते थे और नियम अनुसार ही कुछ खाते-पीते थे.”

आंचल मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड मैटरनिटी सेंटर, भिवानी के डॉ. विनोद आंचल ने दिप्रिंट को बताया कि मेहता को दोपहर में उनके अस्पताल लाया गया था.

आंचल ने कहा, “मरीज के आने से पहले हमें एक फोन आया और आपात्कालीन स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया. मरीज हनुमान जी के किरदार में थे. जांच करने पर, हमने पाया कि उनकी मृत्यु पहले ही हो चुकी थी. ऐसा लगता है कि मेहता की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी.”

जब दिप्रिंट ने भिवानी सिटी पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर विद्यानंद से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि पुलिस को अभी तक घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है.

उन्होंने कहा, “शायद उन्होंने पुलिस को सूचित नहीं किया क्योंकि उन्हें किसी गड़बड़ी का संदेह नहीं था. लेकिन किसी भी स्थिति में, हम मामले की जांच करेंगे.”

मेहता की मृत्यु से पहले की घटनाओं का वर्णन करते हुए, पंवार ने कहा कि स्थानीय लोगों ने भिवानी के जवाहर चौक पर एक बड़ी स्क्रीन पर अयोध्या समारोह के लाइव प्रसारण की व्यवस्था की थी. उसी मंच पर, उन्होंने रामायण के उस खंड का भी मंचन किया जो राम के राज्याभिषेक को दर्शाता है.

पंवार ने कहा, “मेहता फिल्म महाबली हनुमान के मन की आंखों से मैं देखूं गाने पर अभिनय कर रहे थे और बार-बार भगवान राम का किरदार निभा रहे बच्चे के चरणों में झुक रहे थे. गीत के अंत में उन्हें फिर से बच्चे के चरणों में झुकना था. हालांकि, जब गाना चल रहा था वह तभी जमीन पर गिर गए. सभी ने सोचा कि यह नाटक का ही हिस्सा है और ताली बजाना और राम के नारे लगाना जारी रखा.”

एक ‘समर्पित’ व्यक्ति

पंवार ने याद करते हुए कहा, जब मेहता मंच पर लेटे हुए थे, तो आयोजकों ने यह सोचकर माइक दूसरे अभिनेता को सौंप दिया कि मेहता अपने धार्मिक स्वभाव के कारण कार्यक्रम को लंबा खींच रहे हैं. एक अन्य अभिनेता ने मेहता के शरीर को छुआ और कहा, “हनुमानजी उठिए, हनुमानजी उठिए”.

सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे भिवानी नाटक के वीडियो में, आयोजकों में से एक को माइक पर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “हमारे हरीश जी इतने समर्पित व्यक्ति हैं कि वह ‘जय श्री राम’ और ‘बोलो राम भक्त हनुमान की जय’ के नारे लगाने वाले लोगों के साथ सब कुछ भूल गए हैं.”

पंवार ने कहा कि कुछ देर बाद ही लोगों को एहसास हुआ कि मेहता के साथ कुछ गड़बड़ है और वे उन्हें अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

(संपादन: अलमिना खातून)
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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