अहमदाबाद, 21 फरवरी (भाषा) पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने सोमवार को कहा कि अगर गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत आरक्षण के लिए 2015 में किए गए पाटीदार आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज सभी शेष आपराधिक मामलों को वापस नहीं लेती है तो 23 मार्च के बाद राज्य में आंदोलन शुरू किया जाएगा।
गुजरात में पाटीदार को महत्वपूर्ण वोट बैंक माना जाता हैं जहां इस साल दिसंबर में चुनाव होने हैं।
कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष पटेल ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह एक कोटा आंदोलनकारी के रूप में शेष मामलों को वापस लेने की मांग उठा रहे है, न कि एक कांग्रेसी के रूप में।
विरोध प्रदर्शन करने संबंधी पटेल की चेतावनी को तवज्जो न देते हुए भाजपा की गुजरात इकाई के प्रवक्ता रुतविज पटेल ने कहा कि हार्दिक और उनकी पार्टी गुजरात में अपना राजनीतिक आधार खो चुके हैं और वे केवल मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए इस तरह के ‘‘स्टंट’’ कर रहे हैं।
हार्दिक पटेल ने दावा किया, ‘‘ जब आनंदीबेन पटेल मुख्यमंत्री थीं (अगस्त 2016 तक) तब पाटीदार आंदोलनकारियों के खिलाफ लगभग 140 मामले वापस ले लिए गए थे। उनके उत्तराधिकारी विजय रूपाणी ने शेष मामलों को वापस लेने का वादा किया था लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। वर्तमान में लगभग 200 मामले लंबित हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि इस मुद्दे पर कुछ महीने पहले भूपेंद्र पटेल के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद समुदाय के प्रमुख पाटीदार नेताओं और सांसदों ने एक अभ्यावेदन दिया था।
हार्दिक पटेल ने कहा, ‘‘पाटीदार युवाओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज होने के कारण उन्हें परेशान किया जा रहा है। अभ्यावेदन देने के बावजूद अब तक मुख्यमंत्री ने कुछ नहीं किया है।’’
ओबीसी कोटा के तहत पाटीदारों को लाने के लिए 2015 में प्रदर्शनों की अगुवाई करने वाले हार्दिक ने दावा किया कि गुजरात में उन पर 30 मामले दर्ज हैं जिनमें से दो प्राथमिकियां राजद्रोह के लिए हैं।
हार्दिक पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गुजरात सरकार ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ लगभग 80 फीसदी मामले वापस ले लिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हार्दिक और कांग्रेस दोनों ने गुजरात में अपना राजनीतिक आधार खो दिया है। तभी तो खबरों में बने रहने के लिए हार्दिक इस तरह के राजनीतिक स्टंट कर रहे हैं। पाटीदार समुदाय अतीत में भी भाजपा के साथ रहा और भविष्य में भी वह हमारे साथ रहेगा।’’
भाषा
देवेंद्र मनीषा
मनीषा
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