कोलकाता, चार अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्ला को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के केंद्र सरकार के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार पिछले कुछ वर्षों से इसके लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बांग्ला, असमिया, मराठी, पाली और प्राकृत को शास्त्रीय भाषाएं घोषित कर दिया गया।
बनर्जी ने कोलकाता में एकडालिया एवरग्रीन दुर्गा पूजा का उद्घाटन करते हुए कहा, “बांग्ला दुनिया में पांचवी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हमें खुशी है कि हमारी भाषा को वह दर्जा मिल गया है, जिसकी वह हकदार थी।”
उन्होंने कहा, “बांग्ला की वर्षों तक अनदेखी की गई, लेकिन मैंने खुद पहल करते हुए पत्र लिखकर यह मुद्दा (बांग्ला को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने का) केंद्र सरकार के सामने उठाया। हमारी सरकार ने अपने दावे के समर्थन में बड़ी संख्या में दस्तावेज भेजे थे। ”
भाषा जोहेब दिलीप
दिलीप
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