जयपुर, दो मई (भाषा) राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के सांसद हनुमान बेनीवाल ने शुक्रवार को राजस्थान के मंत्री के के बिश्नोई और कुछ नौकरशाहों पर 2021 में पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती में शामिल होने का आरोप लगाया है।
दूसरी ओर बिश्नोई ने कहा कि ये निराधार हैं और जरूरत पड़ने पर वह इसे कानूनी रूप से चुनौती देंगे।
बेनीवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब भाजपा सत्ता में नहीं थी, तब के के बिश्नोई और कुछ नौकरशाहों ने पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा-2021 में अभ्यर्थियों का चयन करवाया था। जब भाजपा की सरकार बनी, तो उन्होंने एसओजी से इसकी जांच करवाने का नाटक किया।’’
उन्होंने कहा कि उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों की भर्ती के लिए जोधपुर में मंत्री के ‘‘व्हाइट हाउस’’ में लेनदेन हुआ था।
उन्होंने दावा किया कि बिश्नोई ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को चेतावनी दी थी कि सरकार गिर जाएगी, इसलिए उन्होंने मामले को तेजी से निपटाने के लिए विशेष अभियाल दल (एसओजी) पर दबाव बनाया।
मंत्री के के बिश्नोई, पूर्व भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी ने शुक्रवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता में कहा,‘‘हनुमान बेनीवाल द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। वह लंबे समय से अनर्गल बयानबाजी कर युवाओं को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। वह मेरे नाम का गलत इस्तेमाल कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि जोधपुर में ‘व्हाइट हाउस’ सफेद धन से बना है और बेनीवाल को अपने बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमें सख्त कानूनी कार्रवाई करनी पड़ी तो हम इस पर विचार करेंगे।’’
इससे पहले दिन में बेनीवाल ने युवाओं से जुड़ी लंबित मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। बेनीवल को मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करते समय जयपुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
बेनीवाल की मांगों में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का पुनर्गठन और पुलिस उपनिरीक्षक अ भर्ती परीक्षा को रद्द करना शामिल है।
बेनीवाल और उनके समर्थकों को जयपुर पुलिस ने पुलिस आयुक्तालय के बाहर रोक लिया गया जिसके बाद सांसद अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। लेकिन जब उन्होंने मुख्यमंत्री आवास तक मार्च निकालने की कोशिश की तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया। उन्हें सांगानेर सदर थाने ले जाया गया।
बेनीवाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम पिछले सात दिनों से युवाओं की मांगों को लेकर जयपुर में धरना दे रहे हैं। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के दो सदस्य जेल में हैं और एसओजी लगातार पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल फर्जी अभ्यर्थियों की धरपकड़ कर रहा है। इसके बावजूद सरकार सुन नहीं रही है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि भर्ती घोटाले में मंत्रियों के नाम सामने आए हैं, लेकिन सरकार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान की गई सभी भर्तियां अनियमितताओं से भरी थीं। हम इन सभी की सीबीआई जांच की मांग करते हैं।’’
बेनीवाल ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, ‘‘राजस्थान में शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। विश्वविद्यालयों को फर्जी तरीके से जमीन आवंटित की जा रही है और फर्जी डिग्रियां बांटी जा रही हैं।’’
बेनीवाल ने मौजूदा भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा ,‘‘भजनलाल सरकार इन्हीं मुद्दों पर सत्ता में आयी थी, लेकिन पिछले डेढ़ साल से वह चुप है। जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब आज के मंत्रियों ने कांग्रेस शासन के दौरान हुई भर्ती परीक्षाओं को रद्द करने की कसमें खाई थीं। अब वे अपने वादे भूल रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि आज वह मुख्यमंत्री और मंत्रियों को उन वादों की याद दिलाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने सरकारी दबाव में उन्हें रोक दिया।
उन्होंने कहा कि वह डरेंगे नहीं और विरोध प्रदर्शन करेंगे।
भाषा कुंज
राजकुमार
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