गुरुग्राम (हरियाणा), 17 अप्रैल (भाषा) गुरुग्राम पुलिस ने यहां मेदांता अस्पताल में वेंटिलेटर पर उपचाराधीन एयर होस्टेस के कथित यौन उत्पीड़न की जांच के लिए बृहस्पतिवार को एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस के एक प्रवक्ता के अनुसार, पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) डॉ. अर्पित जैन के नेतृत्व में सात सदस्यीय एसआईटी का गठन किया। जैन एमबीबीएस डॉक्टर भी हैं।
उन्होंने बताया कि एसआईटी के अन्य सदस्यों में दो सहायक पुलिस आयुक्त, दो एसएचओ, सेक्टर-40 ‘क्राइम यूनिट’ के प्रभारी और मामले के जांच अधिकारी शामिल हैं।
चार दिन की जांच के बाद भी पुलिस अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं कर पाई है।
पुलिस ने बताया कि अभी तक की जांच में एयर होस्टेस के आरोप साबित नहीं हुए हैं।
नाम न बताने की शर्त पर एक वरिष्ठ जांच अधिकारी ने बताया कि अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि वेंटिलेटर पर मौजूद एयर होस्टेस एक पल के लिए भी अकेली नहीं थी।
उन्होंने बताया कि पुलिस अस्पताल के कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है।
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘एसआईटी ने सभी कोण से जांच शुरू कर दी है। जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी।’’
मेदांता अस्पताल ने बुधवार को कहा कि आरोपों की अभी पुष्टि नहीं हुई है और वह जांच में पूरा सहयोग कर रहा है।
पीड़ित महिला (46) ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि वह अपनी कंपनी की ओर से प्रशिक्षण के लिए गुरुग्राम आई थी और एक होटल में रुकी थी। शिकायत के अनुसार, तबीयत बिगड़ने के बाद उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पीड़ित महिला के पति ने पांच अप्रैल को उसे गुरुग्राम के दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, 13 अप्रैल को छुट्टी मिलने के बाद उसने अपने पति को अस्पताल में अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की दर्दनाक कहानी बताई।
शिकायत में महिला ने कहा, ‘‘छह अप्रैल को जब मैं वेंटिलेटर पर थी, उस दौरान अस्पताल के कुछ कर्मचारियों ने मेरा यौन उत्पीड़न किया।’’
महिला ने बताया कि चूंकि वह वेंटिलेटर पर थी, इसलिए वह बोल नहीं पा रही थी और बहुत डरी हुई थी।
उसने बताया कि वह अर्धचेतन अवस्था में थी और घटना के दौरान दो नर्सें उसके आसपास थीं, लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप नहीं किया।
भाषा
शफीक वैभव
वैभव
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