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Monday, 6 October, 2025
होमदेशगुरु तेग बहादुर की शहादत की वर्षगांठ को 'मानवाधिकार दिवस' के रूप में मनाया जाए : भगवंत मान

गुरु तेग बहादुर की शहादत की वर्षगांठ को ‘मानवाधिकार दिवस’ के रूप में मनाया जाए : भगवंत मान

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चंडीगढ़, छह अक्टूबर (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार गुरु तेग बहादुर की शहादत की वर्षगांठ को ‘मानवाधिकार दिवस’ के रूप में मनाने का मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाएगी।

मान ने यहां संत समाज के साथ बातचीत करते हुए गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस को राष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाने की वकालत की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे देश में धर्मनिरपेक्षता, सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे के मूल्यों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सिखों के नौवें गुरु समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के प्रतीक थे, क्योंकि उन्होंने देश में मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।

मान के हवाले से एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि गुरु तेग बहादुर की शहादत की वर्षगांठ को मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाना इस महान सिख गुरु के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि होगी।

राज्य सरकार दिल्ली जाते समय गुरु साहिब द्वारा अपनाए गए मार्ग पर ‘श्री गुरु तेग बहादुर मार्ग’ के निर्माण की व्यवहार्यता का भी पता लगाएगी, जहां गुरु जी शहीद हुए थे।

उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग और पंजाब मंडी बोर्ड गुरु को विनम्र श्रद्धांजलि के रूप में मार्ग के निर्माण के लिए रूपरेखा तैयार करेंगे।

मान ने कहा कि पंजाब सरकार भी इस मार्ग को दिल्ली स्थित गुरुद्वारा सीसगंज साहिब तक बढ़ाने का मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाएगी।

भाषा रवि कांत प्रशांत

प्रशांत

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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