जयपुर, 31 मार्च (भाषा) गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के नेता रहे कर्नल सेवानिवृत्त किरोड़ी सिंह बैंसला का बृहस्पतिवार को यहां निधन हो गया। बैंसला (84) कई दिनों से बीमार चल रहे थे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यपाल कलराज मिश्र व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैंसला के निधन पर शोक जताते हुए कहा है देशसेवा व गुर्जर समाज के लिए उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार तड़के तबियत बिगड़ने पर उन्हें यहां एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित किया। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को उनके हिंडौन के पास मुंडिया गांव में किया जाएगा।
बैंसला के परिवार में तीन बेटे व एक बेटी है। उनके पार्थिव शरीर को बृहस्पतिवार को यहां अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित कई नेताओं ने वहां पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
उल्लेखनीय है कि बैंसला राजस्थान में गुर्जर आरक्षण को लेकर चले आंदोलन के अगुवा व प्रमुख चेहरा रहे। साल 2007 व 2008 में चले इस आंदोलन में पुलिस फायरिंग व अन्य हिंसक घटनाओं में कथित तौर पर 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इस आंदोलन का असर भरतपुर, करौली, दौसा व सवाई माधोपुर जिलों में देखने को मिला।
बैंसला वर्ष 2009 में भाजपा की टिकट पर चुनाव भी लड़े जिसमें उन्हें मामूली वोटों से हार का सामना करना पड़ा। बैंसला ने तीन दशक तक भारतीय सेना में सेवाएं दीं। उन्होंने 1962 के भारत चीन युद्ध तथा 1965 व 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में भाग लिया। सेना से अवकाश प्राप्त करने के बाद उन्होंने गुर्जरों के लिए शिक्षा व नौकरियों में आरक्षण का आंदोलन छेड़ा। गुर्जरों के लंबे आंदोलन के बाद राज्य सरकार ने एक नई श्रेणी अति पिछड़ा वर्ग एमबीसी सृजित करते हुए गुर्जर, रायका-रेबारी, गाड़िया लुहार, बंजारा और गडरिया समाज के लोगो को सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए पांच प्रतिशत का आरक्षण दिया।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला, राज्यपाल मिश्र व मुख्यमंत्री गहलोत सहित राज्य के तमाम नेताओं ने बैंसला के निधन पर शोक जताया है।
बिरला ने ट्वीट किया,‘‘सामाजिक आंदोलन के प्रखर नेतृत्वकर्ता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं। सामाजिक अधिकारों के लिए उन्होंने आजीवन संघर्ष किया।’’
मुख्यमंत्री गहलोत ने बैंसला के निधन पर शोक जताते हुए कहा,‘‘कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के निधन का समाचार बेहद दुखद है। गुर्जर आरक्षण आंदोलन के मुखिया के रूप में बैंसला साहब ने एमबीसी (अति पिछड़ा वर्ग) के आरक्षण के लिए लंबा संघर्ष किया। एमबीसी वर्ग को आज आरक्षण मिल पाया तो अगर किसी एक व्यक्ति को श्रेय जाता है तो वह कर्नल बैसला ही हैं।’’
गहलोत ने ट्वीट किया,‘‘सेना में रहते हुए देश सेवा एवं गुर्जर समाज के लिए उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। समाज के मुद्दों को लेकर अनेक बार उनसे चर्चा होती रही। मेरे प्रति उनका स्नेह हमेशा बना रहा।’’
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट किया,‘‘बैंसला ने आजीवन समाज की भावनाओं को आवाज दी। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।’’
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां सहित राज्य के तमाम नेताओं ने बैंसला के निधन पर शोक जताया है।
भाषा पृथ्वी धीरज
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