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शुक्रवार, 6 जून, 2025
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मध्यम वर्गीय भारतीय परिवारों की कहानी बयां करती है ‘गुल्लक’ : जमील खान

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(राधिका शर्मा)

नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) ‘गुल्लक’ में मुख्य किरदार निभा रहे जमील खान को बचपन में पिता के झूठ बोलने पर हुई बहस का किस्सा आज भी याद है। जमील के पिता उनसे कहा करते थे कि ‘तुम व्यापार में सफल नहीं हो पाओगे।’

जमील को उस समय यह नहीं पता था कि उनके पिता के ये शब्द वाकई में बिल्कुल सही साबित होंगे और वह उत्तर प्रदेश के भदोही में अपने परिवार के स्थापित कारोबार को छोड़ मुंबई में एक अलग राह पर चल पड़ेंगे।

‘सोनी लिव’ की लोकप्रिय वेब सीरीज ‘गुल्लक’ में एक मध्यम वर्गीय परिवार के मुखिया की भूमिका निभा रहे संतोष मिश्रा आज घर-घर में जाना पहचाना नाम बन गये हैं। अभिनेता का कहना है कि यह भूमिका उनके और भारत में कई लोगों की परवरिश को दर्शाती है।

खान ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘निम्न मध्यम वर्ग से आये मेरी उम्र के कई लोगों ने अपनी एक पहचान बनाई है और यह सीरीज उनकी पुरानी यादें ताजा कर देती है।’’

अभिनेता ने कहा, ‘‘यह हमारा चौथा सीजन है और यह पिछली कड़ी से जुड़ी हुई है। यह दर्शकों का प्यार ही है, जिस कारण वे इस सीरिज से जुड़ गए हैं।’’

वेब सीरीज ‘गुल्लक’ उत्तर प्रदेश के एक गुमनाम शहर में रहने वाले मिश्रा परिवार के रोजाना के जीवन के इर्द-गिर्द घूमती है।

उत्तर प्रदेश के भदोही को दक्षिण एशिया के सबसे बड़े कालीन उद्योग केंद्र के रूप में जाना जाता है।

खान का जन्म भदोही के एक उच्च मध्यम वर्गीय व्यवसायी परिवार में हुआ था। शहर के अन्य लोगों की तरह उनके पिता भी उसी व्यवसाय में थे और फारसी डिजाइन में माहिर थे।

अभिनेता ने अपने पिता के साथ हुई बहस के एक किस्से को याद करते हुए कहा, ‘‘हमारा कालीन का व्यवसाय था और हम कारखाने के ठीक ऊपर रहते थे। एक दिन एक मजदूर आया और मेरे पिता से कहा कि कोई साहब उन्हें बुला रहे हैं। पिता ने मजदूर से कहा कि उन्हें कहो कि वह घर पर नहीं हैं। जैसे ही वह व्यक्ति वहां से गया तो मैंने उनसे पूछा ‘आपने झूठ क्यों बोला?’

उनके पिता ने इस घटना को एक व्यापारिक मामला बताकर टाल दिया लेकिन जमील अपनी बात पर अड़े रहे।

जमील ने कहा, ‘‘नहीं, आपने झूठ बोला।’’

उन्होंने कहा, ‘‘फिर मेरे पिता ने मुझे समझाया कि उन्हें व्यापार के लिए ऐसा क्यों करना पड़ा। लेकिन मैं फिर भी नहीं माना। फिर उन्होंने हंसते हुए मुझसे कहा कि ‘तुमसे जो है ना जिंदगी में व्यापार नहीं हो पाएगा।’

भाषा यासिर जितेंद्र

जितेंद्र

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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