अहमदाबाद, 17 फरवरी (भाषा) कांग्रेस की गुजरात इकाई के प्रवक्ता जयराज सिंह परमार ने बृहस्पतिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने दावा किया कि संगठन ने उन्हें लंबे समय से अलग-थलग कर रखा था और पार्टी कुछ ऐसे गिनेचुने नेताओं की ‘निजी संपत्ति’ बन गई है जो चुनाव नहीं जीत सकते।
ऐसी चर्चा है कि परमार गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बाद में जानकारी देंगे।
परमार ने अपने त्यागपत्र में पार्टी की प्रदेश इकाई के कामकाज को लेकर नाराजगी जताई है।
उन्होंने कहा कि उन्हें उनके कद के हिसाब से पार्टी संगठन में कोई ‘सम्मानजनक पद’ की पेशकश नहीं की गई और 10 साल तक जानबूझकर अलग-थलग रखा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव तथा 2019 के उपचुनाव में मेहसाणा जिले की खेरालू विधानसभा सीट से टिकट मांगा था, लेकिन टिकट नहीं दिया गया। इसके बावजूद मैं पार्टी के प्रति प्रतिबद्ध रहा। अतीत में मैंने पार्टी की भीतर कमियों को लेकर कई बार नेताओं का ध्यान आकृष्ट किया, इसके बावजूद कामकाज के तरीके में कोई बदलाव नहीं हुआ। पार्टी को छोड़ने के अलावा मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा था।’’
परमार ने कहा कि वह अपने निजी और पेशेवर जीवन को दरकिनार कर, पार्टी को राज्य में मजबूत बनाने के लिए पिछले 37 साल से प्रयासरत रहे ‘‘लेकिन अब मैं थक गया हूं। कांग्रेस हालांकि 27 साल से राज्य में सत्ता से बाहर है लेकिन आप देखेंगे कि वही पुराने चेहरे पार्टी को चला रहे हैं। ’’
उन्होंने कहा ‘‘जो लोग अपनी सीटें नहीं बचा सके उन्हें पूरे राज्य में पार्टी चलाने का जिम्मा दिया गया है। कांग्रेस उन गिने-चुने नेताओं की निजी संपत्ति बन गई है जो अगली पीढ़ी के नेताओं के लिए जिम्मेदारियां छोड़ने के वास्ते तैयार नहीं हैं।’’
भाषा हक हक मनीषा
मनीषा
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