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पक्षियों के लिए स्वर्ग बना गुजरात, सिर्फ देवभूमि द्वारका में मिली 456 प्रजातियां: रिपोर्ट

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अहमदाबाद, 30 सितंबर (भाषा) गुजरात में करीब 18 से 20 लाख पक्षी निवास करते हैं और अकेले देवभूमि द्वारका जिले में 400 से अधिक प्रजातियां मौजूद हैं। राज्य वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई।

सोमवार को जारी ‘पक्षी विविधता रिपोर्ट 2023-24’ के अनुसार, कच्छ जिले में 161 प्रजातियों के 4.56 लाख पक्षियां रहती हैं, जो राज्य में सबसे अधिक है।

रिपोर्ट के मुताबिक, विविधता के मामले में देवभूमि द्वारका जिले में सबसे अधिक 456 प्रजातियां निवास करती हैं।

यह रिपोर्ट, वन विभाग द्वारा ‘ईबर्ड’ एप्लीकेशन का उपयोग कर किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है।

सर्वेक्षण के दौरान, विभाग ने पक्षियों की 300 प्रजातियों का दस्तावेजीकरण किया, जिनमें 13 संकट के कगार पर, चार संवेदनशील, सात लुप्तप्राय और एक गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजाति शामिल हैं।

राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री मुलुभाई बेरा ने कहा कि गुजरात देश में पक्षियों के लिए ‘स्वर्ग’ के रूप में उभरा है, जिनकी आबादी लगभग 18 से 20 लाख है।

कच्छ के बाद जामनगर में 221 प्रजातियों के 4.11 लाख से अधिक पक्षी निवास करते हैं जबकि अहमदाबाद में 256 प्रजातियों के 3.65 लाख से अधिक पक्षी अपना घर बनाए हुए हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, बनासकांठा और मेहसाणा में भी एक-एक लाख से अधिक पक्षी निवास करते हैं।

रिपोर्ट में बताया गया कि नर्मदा क्षेत्र में 44 प्रजातियों के केवल 556 पक्षी रहते हैं जबकि आनंद, बोटाद और सूरत जिलों में 2,000 से भी कम पक्षी पाए गए।

भाषा जितेंद्र रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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