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Saturday, 11 October, 2025
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गुजरात वन विभाग ने शेरनी की ‘संदिग्ध मौत’ के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की, जांच शुरू

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अमरेली, 11 अक्टूबर (भाषा) गुजरात वन विभाग ने दो दिन पहले अमरेली जिले में एक शेरनी के मृत पाए जाने के बाद उसकी ‘‘संदिग्ध’’ मौत के संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

अमरेली जिले के लिलिया रेंज में मोटा कानकोट गांव के राजस्व क्षेत्र में बृहस्पतिवार को शेरनी मृत मिली थी।

सहायक वन संरक्षक (अमरेली) विरालसिंह चावड़ा ने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पशु बचाव केंद्र पहुंचाया।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रथम दृष्टया, तीन से चार वर्ष की शेरनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हुई, जिसके बाद उसके शव को पशु बचाव केंद्र ले जाया गया और दो पशु चिकित्सा अधिकारियों की उपस्थिति में पैनल द्वारा पोस्टमॉर्टम किया गया।’’

चावड़ा ने बताया कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें शिकार से संबंधित धारा भी शामिल है।

उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय वन विभाग के कर्मचारी उस क्षेत्र और आस-पास के इलाकों की जांच कर रहे हैं जहां शेरनी मृत मिली थी ताकि मौत का कारण पता लगाया जा सके।’’

गुजरात बब्बर शेरों का एकमात्र निवास स्थान है।

इस साल मई में हुई एक गणना के अनुसार, बब्बर शेरों की संख्या 891 है, जो पांच साल पहले की संख्या 674 से काफ़ी ज़्यादा है। न सिर्फ़ संख्या में 217 की वृद्धि हुई, बल्कि यह जानवर अपने पारंपरिक आवास, गिर राष्ट्रीय उद्यान के बाहर भी पाया गया।

भाषा राजकुमार नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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