जामनगर, 15 मई (भाषा) गुजरात के जामनगर के पास 35 वर्षीय एक दिव्यांग व्यक्ति को दो यात्रियों ने चलती ट्रेन से कथित रूप से बाहर फेंक दिया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, पीड़ित ने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए आरक्षित डिब्बे में आरोपियों के चढ़ने पर आपत्ति जताई थी।
यह घटना बुधवार तड़के हुई, लेकिन जामनगर रेलवे पुलिस ने बृहस्पतिवार को एक आरोपी हाजी अय्यूब कछाड़िया को गिरफ्तार कर लिया तथा सह-आरोपी सद्दाम कछाड़िया की तलाश जारी है।
पीड़िता का शव बुधवार सुबह जामनगर शहर के पास गुलाबनगर रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे मिला।
जामनगर रेलवे पुलिस ने एक बयान में बताया कि मृतक की पहचान वडोदरा निवासी हितेश मिस्त्री (35) के रूप में हुई है, जो मंगलवार रात सौराष्ट्र एक्सप्रेस से पोरबंदर से घर लौट रहा था।
पुलिस निरीक्षक भारती वेगडा ने बताया कि मिस्त्री अपने एक दिव्यांग मित्र के साथ उस डिब्बे में यात्रा कर रहा था जो केवल दिव्यांग यात्रियों के लिए है।
वेगडा ने कहा, ‘पोरबंदर और जामनगर के बीच आरोपी विशेष कोच में घुस गए… जब मिस्त्री ने विरोध किया तो उन्होंने उससे झगड़ा किया, उसकी पिटाई की और फिर हापा स्टेशन से पहले उसे ट्रेन से धक्का दे दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।’
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दोनों ने मिस्त्री से झगड़ा किया, जबकि उसका दिव्यांग दोस्त मदद मांगने के लिए जामनगर स्टेशन पर उतर गया, लेकिन उसे कोई पुलिसकर्मी नहीं मिला और ट्रेन चलने लगी, तो उसे दूसरे डिब्बे में चढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जब ट्रेन हापा स्टेशन पर रुकी, तो वह विशेष डिब्बे में वापस आया, लेकिन न तो मिस्त्री और न ही वे दोनों व्यक्ति वहां मिले। फिर उसने हापा स्टेशन पर रेलवे पुलिस को सूचित किया और शिकायत दर्ज कराई। बाद में सुबह मिस्त्री का शव रेलवे ओवर-ब्रिज के नीचे से बरामद किया गया।
भाषा
नोमान नरेश
नरेश
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