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शनिवार, 26 अप्रैल, 2025
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गुजरात: सूरत में तीन वर्ष में 1,866 लोगों ने की आत्महत्या, पुलिस ने हेल्पलाइन शुरू की

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सूरत, 22 अप्रैल (भाषा) गुजरात के सूरत शहर में पिछले तीन वर्ष में आत्महत्या के 1,866 मामले सामने आए हैं, जिनमें घरेलू विवाद आत्महत्या के पीछे सबसे बड़ा कारण बनकर उभरा है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

लंबे समय से बीमारी से पीड़ित होना और वित्तीय संकट भी आत्महत्या के अन्य प्रमुख कारण रहे।

गुजरात की हीरा नगरी में आत्महत्याओं के बढ़ते मामलों से चिंतित पुलिस ने संकटग्रस्त लोगों को परामर्श देने के अलावा भावनात्मक समर्थन प्रदान करने और उन्हें आत्महत्या से रोकने के लिए दो समर्पित हेल्पलाइन शुरू की हैं।

सर्वेक्षण से पता चला कि आत्महत्या के अधिकांश मामले उन क्षेत्रों में दर्ज किए गए हैं, जहां कारखाना श्रमिकों की संख्या सबसे अधिक है।

सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलौत ने बताया, “आत्महत्याओं को रोकने को लेकर उपाय सुझाने के लिए दो पुलिस उपायुक्तों के नेतृत्व में करीब तीन महीने पहले गठित एक समिति ने पिछले तीन वर्ष (2022 से 2024) में शहर में दर्ज किए गए 1,866 आत्महत्या मामलों का अध्ययन किया।”

उन्होंने बताया, “समिति ने लोगों के इस कदम के लिए प्रेरित करने वाले विभिन्न कारणों को सूचीबद्ध किया।”

अध्ययन से पता चला कि 490 लोगों या कुल 26 प्रतिशत लोगों ने घरेलू विवाद के कारण आत्महत्या की।

उन्होंने बताया कि 452 मामले या 24 प्रतिशत लोगों ने लंबे समय से बीमार रहने के कारण आत्महत्या की, जो दूसरा सबसे बड़ा कारण बनकर उभरा।

अध्ययन के मुताबिक, वित्तीय संकट व कर्ज, प्रेम संबंधों में समस्या, अवसाद, शैक्षणिक या करियर में असफलता और नौकरी छूटने जैसे कारण लोगों को आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करते हैं।

अधिकारी ने बताया, “आत्महत्या के मामलों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए पुलिस ने तीन हेल्पलाइन नंबर शुरू किए हैं, जो मंगलवार से 24 घंटे चालू रहेंगे। हेल्पलाइन नंबर पर दो पुलिसकर्मी और एक काउंसलर मौजूद रहेंगे।”

उन्होंने बताया कि कोई भी परेशान व्यक्ति या आत्महत्या को रोकने के लिए 100 (पुलिस सहायता के लिए नियमित नंबर) डायल कर सकता है या इस उद्देश्य के लिए शुरू किए गए दो अन्य हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग कर सकता है।

भाषा जितेंद्र माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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