गुवाहाटी, 27 जुलाई (भाषा) असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने माता-पिता से बच्चों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताने और उन्हें एक प्यार भरा और सुरक्षित घर का माहौल प्रदान करने का आग्रह किया है।
मुखी का कहना है कि “मजबूत पारिवारिक संबंधों से हम नशा मुक्त समाज के निर्माण में मदद कर सकते हैं”।
उन्होंने विभिन्न संगठनों की भूमिका को भी रेखांकित किया, जो नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ लड़ाई में सरकारी एजेंसियों की सहायता कर सकती हैं।
मुखी ने यहां ’60-दिवसीय तंबाकू और शराब-विरोधी जागरूकता अभियान’ के तहत मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि “मजबूत परिवारिक संबंध, माता-पिता के मार्गदर्शन और परामर्श के जरिये युवाओं को शराब और तंबाकू के साथ-साथ प्रतिबंधित दवाओं के बढ़ते दुरुपयोग से बचाने में’’ मदद की जा सकती है।
उन्होंने कहा, “माता-पिता को बच्चों को एक प्यार भरा, स्थिर और सुरक्षित घर का माहौल देना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि सामाजिक संगठनों को ड्रग्स और शराब के “दुष्चक्र” और समाज को होने वाले नुकसान के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कार्य करना चाहिए।
उन्होंने कहा, “नशीले पदार्थों का खतरा समाज को खराब कर रहा है। इसलिए नशा मुक्त समाज बनाने के लिए सामाजिक संगठनों को सामूहिक प्रयास करने चाहिए और सरकार के साथ मिलकर नकारात्मक ताकतों को हराने का काम करना चाहिए।”
उन्होंने शिक्षकों और शैक्षणिक संस्थानों से युवाओं को खेल, संगीत और अन्य रचनात्मक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इससे पहले एक गैर-सरकारी संगठन द्वारा आयोजित जागरूकता अभियान को राज्यपाल ने राजभवन से हरी झंडी दिखाई थी।
भाषा फाल्गुनी सुरेश
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